

टनकपुर/देहरादून– उत्तराखंड में नशा कारोबारियों पर पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी है। शुक्रवार को चंपावत जनपद के टनकपुर थाना क्षेत्र में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स कुमाऊं यूनिट और टनकपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 4 किलो 30 ग्राम अवैध चरस बरामद हुई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 24 लाख रुपये आंकी जा रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक अंतरराष्ट्रीय तस्कर है।
यह कार्रवाई STF कुमाऊं यूनिट के प्रभारी निरीक्षक पावन स्वरुप के नेतृत्व में की गई। टीम ने टनकपुर स्थित आर्य मंदिर के सामने चरस तस्करों को दबोचा। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
1. जय बहादुर धामी पुत्र अंग बहादुर धामी
निवासी ग्राम सलकाटय, थाना झापा, जिला बजांग (नेपाल) — उम्र 29 वर्ष
2. कबीर गर्ब्याल पुत्र भरत सिंह गर्ब्याल
निवासी गरबियांग, थाना धारचूला, जिला पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) — उम्र 52 वर्ष
बरामदगी:
कुल 4 किलो 30 ग्राम अवैध चरस
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे यह चरस नेपाल से तस्करी करके लाते थे, और उसे उत्तराखंड के सीमावर्ती जिलों में ऊंचे दामों में बेचते थे। STF की टीम को पूछताछ में अन्य नशा तस्करों के नाम भी मिले हैं, जिन पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार तस्करों के आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान पर STF की बड़ी कार्यवाही
माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF श्री नवनीत भुल्लर के आदेश पर यह संयुक्त कार्रवाई की गई। उन्होंने सभी जनपदों में STF एंटी नार्कोटिक्स यूनिट को सक्रिय निगरानी के निर्देश दिए हैं।
जनता से अपील
श्री भुल्लर ने जनता से अपील की है कि नशे से दूर रहें और नशा तस्करी की जानकारी तुरंत STF या पुलिस को दें। नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
STF से संपर्क करें:
0135-2656202, 9412029536
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संयुक्त कार्रवाई करने वाली टीमें:
STF कुमाऊं यूनिट टीम:
निरीक्षक पावन स्वरुप
SI विपिन चंद्र जोशी
SI विनोद चंद्र जोशी
HC महेंद्र गिरी
HC किशोर कुमार
आरक्षी वीरेंद्र चौहान
आरक्षी जितेंद्र कुमार
टनकपुर पुलिस टीम:
निरीक्षक चेतन रावत
SI पूरण सिंह तोमर
HC कमल कुमार
HC जगवीर सिंह
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नोट: STF की यह कार्रवाई “ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान” के तहत उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम है
