राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को बर्खास्त कर दिया। हाल ही में नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के एसएसपी को पत्र लिखकर तीन वाहनों के चालान को निरस्त करने को कहा था।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को बर्खास्त कर दिया। हाल ही में नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के एसएसपी को पत्र लिखकर तीन वाहनों के चालान को निरस्त करने को कहा था। ये पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इस पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ये कड़ा कदम उठाया है।
नंदन सिंह बिष्ट की ओर से भेजे गए पत्र में तीन वाहनों के चालान निरस्त करने का आदेश है। मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देश होना पत्र में बताया गया है। विपक्ष ने मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली पर सवा खड़े कर दिए हैं। सीएम के पीआरओ से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।
आठ दिसंबर के इस पत्र में लिखा गया है कि मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देशानुसार 29 नवंबर को बागेश्वर यातायात पुलिस ने वाहन संख्या यूके02सीए, 0238, यूके02सीए, 1238 और यूके04सीए 5907 के चालन निरस्त करने का कष्ट करें। इसकी प्रतिलिपि संभागीय परिवहन अधिकारी बागेश्वर को भी सूचनार्थ भेजी गई है। इंटरनेट मीडिया पर पत्र वायरल होने पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया भी दी। पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्स्वाण ने कहा कि मुख्यमंत्री पुलिस के कार्यों में भी हस्तक्षेप करने लगे हैं। उन्होंने प्रकरण की पूरी जांच करने की मांग की है।उधर, वाहन स्वामी मनोज साह ने बताया कि दो ट्रक उनके और एक उनके भाई हरीश साह के नाम था। वह खड़िया भर कर हल्द्वानी जा रहे थे।
यातायात पुलिस ने ओवर लोड में तीनों के चालान काट दिए। उन्होंने लगभग तीनों ट्रकों के चालान 45 हजार रुपये जमा भी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। बताया कि उनके ट्रक सरकारी राशन का ढुलान करते हैं। दो वर्ष से ढुलान का पैसा लगभग बीस लाख रुपये अभी नहीं मिला है। डेढ़ वर्ष पूर्व उनके पिता का देहांत हो गया था। अभी तक जिला पूर्ति विभाग ने यह धनराशि नहीं दी है। टीआइ को भी आपबीती बताई थी। वह नहीं माने और उनके तीनों ट्रकों का चालान एक साथ कर दिया गया।