रूद्रपुर । जिलाधिकारी श्रीमति रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन व स्वजल की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। उन्होने कहा कि जल जीवन मिशन योजना मा0 प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक योजना है, जिसकी समीक्षा भारत सरकार के स्तर पर समय-समय पर आयोजित की जाती है। उन्होने कहा कि सम्बन्धित अधिकारी उक्त योजना को गम्भीरता से लेते हुए पात्र ग्रामसभाओं में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत जिन घरों में पानी नही है उन घरों में पाईप लाईन के माध्यम से पानी पहुंचाना है। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र में अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाते हुए कार्यों कार्य करें व कार्यों की निरन्तर माॅनिटिरिंग करें ताकि कार्य उच्च गुणवत्ता, पार्दर्शिता व समयबद्धता के साथ पूर्ण किया जा सके। उन्होने कहा कि यदि कार्यों में भूमि आदि से सम्बन्धित समस्या उत्पन्न होती है तो मुख्य विकास अधिकारी अथवा सम्बन्धित विभाग के उच्चाधिकारियों को तत्काल अवगत कराना सुनिश्चित करें ताकि समस्याओं का निस्तारण शीघ्र-अतिशीघ्र किया जा सके। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि गांवों में जल जीवन मिशन योजना को प्रभावी बनाने के लिए व जनता को जागरूक करने के लिए रोस्टर बनायें तथा रोस्टर के तहत खुली बैठक का आयोजन करायें ताकि अधिक से अधिक लोगों को उक्त योजना का लाभ मिल सके। उन्होने डीपीआर की कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिनके द्वारा डीपीआर लक्ष्य के सापेक्ष कम है वे यथा शीघ्र लक्ष्य को बढाना सुनिश्चित करें।
अधिशासी अभियन्ता जल निगम मृदुला सिंह ने समीक्षा के दौरान पीपीटी के माध्यम से अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जनपद का 2 लाख 5 हजार का पानी का कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित है जिसके सापेक्ष 28 हजार पानी के कनेक्शन दिये जा चुकें है। उन्होने बताया कि जनपद में कुल 607 राजस्व ग्राम है जिसमें 449 ग्राम जल निगम व 158 ग्राम जल संस्थान विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कार्य किये जाने है। उन्होने बताया कि उक्त योजना के अन्तर्गत 187 डीपीआर जल निगम व 68 डीपीआर जल संस्थान द्वारा बनाये जानी है जिसके सापेक्ष जल निगम के द्वारा 96 डीपीआर तैयार की जा चुकी है एवं जल संस्थान द्वारा पी-1 में 136 के सापेक्ष 113 डीपीआर व पी-2 में 68 के सापेक्ष 2 डीपीआर तैयार की जा चुकी है। उन्होेने बताया कि जल निगम की 96 डीपीआर में से 30 डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है जिसके सापेक्ष स्वीकृत हो चुकी 30 डीपीआर में से 21 में कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है शेष 9 में निविदा की प्रक्रिया गतिमान है। उन्होने बताया कि जल संस्थान द्वारा 138 के सापेक्ष 49 योजनाओं में कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है।
परियोजना निदेशक हिमाशु जोशी ने समीक्षा के दौरान पीपीटी के माध्यम से अवगत कराया कि स्वजल योजना के अन्तर्गत ठोस एवं अपशिष्ट प्रबन्धन के कार्य जनपद के 376 ग्राम पंचायतों के सापेक्ष प्रथम चरण में चयनित 215 ग्राम पंचायतों में प्रगति पर है, शेष द्वितीय फेस दिशा मार्ग निर्देशिका के अनुसार शेष 161 ग्राम पंचायतों की कार्य योजना निर्माण गतिमान है। उन्होने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण फेस-2 के अन्तर्गत जनपद में बढ़े/छूटे परिवारों के शौचालय निमार्ण हेतु 6012 लक्ष्य निर्धारित किया गया है व परिवारों का चयन सम्बन्धित ग्राम पंचायतों द्वारा किया जा रहा है। उन्होने बताया कि लाभार्थियों का चयन सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से सत्यापन कराते हुए सूची ग्राम पंचायतों से प्राप्त कर ली गई है। उन्होने बताया कि लाभार्थी परिवारों का चयन ग्राम पंचायत से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर किया गया है व प्रोत्साहन राशि का भुगतान पीएफएमएस (डीबीटी) के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में किया जाना है।
इस अवसर पर विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, विधायक प्रतिनिधि खटीमा अजय मौर्य, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 डीएस पंचपाल, मुख्य कृषि अधिकारी डाॅ0 अभय सक्सेना, जिला विकास अधिकारी डाॅ0 महेश कुमार, अधिशासी अभियन्ता जल निगम ओमपाल, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान विशाल, आर एस लोशाली, अधीक्षण अभियन्ता जल निगम हल्द्वानी ओपी सिंह, डीपीआरओ विद्या सिंह सोमनाल आदि अधिकारी उपस्थित थे।