आज के समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई बार कुछ ऐसी खबरें सामने आती है जिसको लेकर हाइप इतनी बढ़ जाती है कि कोई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट से घंटों में वायरल हो जाती है कुछ एक ऐसा ही मामला पिथौरागढ़ का भी सामने आ रहा है यहां पर सोशल मीडिया में पूर्व सीएम हरीश रावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की खबर का पिथौरागढ़ पुलिस ने खंडन किया है। पिथौरागढ़ पुलिस का कहना है कि पूर्व सीएम हरीश रावत पर एफआईआर दर्ज करने की खबर पूरी तरह तथ्यहीन और निराधार है। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया में भ्रामक और झूठी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि बीते दिनों एक न्यूज पोर्टल ने खबर प्रसारित की थी कि चुनाव आयोग के निर्देश पर पूर्व सीएम हरीश रावत के खिलाफ फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। मगर ये खबर पूरी तरह निराधार है। पिथौरागढ़ पुलिस ने खबर का खंडन करते हुए बताया कि विधानसभा चुनाव 2022 के सम्बन्ध में आर्मी की ड्रेस पहने एक व्यक्ति द्वारा अन्य व्यक्तियों के नाम से पोस्टल बैलेट के माध्यम से एक ही प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने और अन्य व्यक्तियों को भी वोट देने के लिए उकसाने के सम्बन्ध में सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल किये जाने पर 22 फरवरी को डीडीहाट के कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप सिंह पाल की तहरीर के आधार पर थाना डीडीहाट में अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध धारा 171D/171F भादवि और 128/136 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है, जिसकी जाँच की जा रही है।
साथ ही पूर्व सीएम हरीश रावत पर किसी भी प्रकार के मुकदमें की खबर को पुलिस ने खारिज किया है। पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह का कहना है कि इस तरह के दुष्प्रचार करने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, जिनके विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। साथ ही सभी पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया है कि इस प्रकार की भ्रामक, झूठी और शान्ति व्यवस्था को प्रभावित करने वाली सूचनाओं को प्रसारित न करें।