GST 2.0!, PM Modi के नए जीएसटी प्लान में क्या-क्या होगा सस्ता?

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GST 2.0: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने जनता को बड़ी राहत की खबर दी। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही GST में कटौती करने जा रही है। जिससे आम लोगों को दिवाली से पहले डबल खुशियां मिलेंगी। PM Modi ने बताया कि जीएसटी सुधारों का दूसरा चरण इसी साल दिवाली से लागू होगा। इससे रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें सस्ती (GST tax Slab) हो जाएंगी।

जीएसटी लागू हुए आठ साल पूरे हो चुके हैं और अब केंद्र सरकार इसे एक नए रूप में लाने की तैयारी कर रही है। इस नए वर्जन को जीएसटी 2.0 कहा जा रहा है। इसका सबसे बड़ा मकसद है लोगों और कारोबारियों के लिए टैक्स व्यवस्था को और आसान बनाना और उन पर पड़ने वाले बोझ को कम करना।

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PM Modi का GST 2.0!

सरकार की योजना है कि मौजूदा टैक्स स्लैब में बड़ा बदलाव किया जाए। फिलहाल 12% और 28% वाले स्लैब को खत्म करने का प्रस्ताव है। इसके बजाय ज्यादातर रोजमर्रा की जरूरत वाली चीजों को 5% टैक्स श्रेणी में रखा जाएगा। तो वहीं बाकी सामानों पर 18% टैक्स लगेगा। तंबाकू जैसी हानिकारक चीजों पर टैक्स दर को बढ़ाकर 40% तक करने का प्लान है। इतना ही नहीं मार्च से मुआवजा उपकर (compensation cess) भी हटा दिया जाएगा।

PM Modi के नए जीएसटी प्लान में क्या-क्या होगा सस्ता?

खाने-पीने का सामान, दवाइयां, मेडिकल इक्विपमेंट, स्टेशनरी और शिक्षा से जुड़ी चीजें अब या तो टैक्स-फ्री होंगी या फिर उन पर सिर्फ 5% टैक्स लगेगा। इसका सीधा फायदा लोगों की जेब पर पड़ेगा और ये चीजें पहले से सस्ती मिलेंगी। जैम, जेली, फ्रूट जूस और पैकेट बंद नारियल पानी जैसी चीजों की कीमत भी घट सकती है।

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वहीं मिडिल क्लास फैमिली जिन चीजों का इस्तेमाल करती है जैसे एसी, टीवी और फ्रिज, उन्हें 18% टैक्स स्लैब में रखा जाएगा। ऑटोमोबाइल और सीमेंट पर क्या रेट होगा इसको लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है।

इंश्योरेंस में राहत की उम्मीद

हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पर भी जीएसटी कम करने की चर्चा है। सरकार चाहती है कि ऑटोमोबाइल, हेल्थकेयर, हस्तशिल्प, कृषि, कपड़ा, उर्वरक और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों को ज्यादा बढ़ावा मिले।

जटिलता होगी कम

अब तक नमकीन, केक, बन, पराठे जैसी चीजों पर अलग-अलग टैक्स लगता था क्योंकि उनके उत्पादन में अलग-अलग सामान इस्तेमाल होते थे। लेकिन नए ढांचे में ये समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। हीरे और जवाहरात पर पहले की तरह ही विशेष टैक्स जारी रहेगा—हीरों पर 0.25% और गहनों पर 3%।

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सरकार का विज़न

सरकारी अधिकारियों का कहना है कि ये अगली पीढ़ी का जीएसटी मॉडल होगा, जो ज्यादा आसान और संतुलित होगा। 12% और 28% वाले स्लैब खत्म करने से आम लोगों का टैक्स बोझ घटेगा। प्लान यह है कि 12% टैक्स स्लैब में आने वाले ज्यादातर सामानों को 5% श्रेणी में कर दिया जाए।

कब से लागू होंगे बदलाव?

जीएसटी काउंसिल से हरी झंडी मिलते ही ये बदलाव लागू हो जाएंगे। इससे 2017 के बाद से लगातार होते आ रहे छोटे-छोटे सुधारों का सिलसिला भी खत्म होगा और पूरी टैक्स व्यवस्था ज्यादा स्थिर और पारदर्शी हो जाएगी

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