डंपरो के जाम से कब मिलेगा छुटकारा

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हल्दूचौड़ : गौला नदी में चलने वाले डंपरो से आम जनता को परेशानी का सामना पढ़ रहा है, आए दिन जाम की वजह से लोगों में गुस्सा बढ़ने लगा है, दैनिक उपयोग की वस्तुएं जैसे गैस,दूध, एंबुलेंस और जरूरी काम जाम की वजह से न होने से लोग काफी परेशान हो रहे हैं। प्रत्येक चौराहों पर चलना मुश्किल हो गया चुका है। कई बार क्षेत्रीय विधायक, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, अन्य जनप्रतिनिधि से शिकायत के बाद भी और कोई ध्यान नहीं सुबह 5:00 बजे से शाम के 6:00 बजे तक जाम के झाम से लोगों को इस कदर परेशान कर दिया की कभी भी कोई दुर्घटना होने की संभावना है। लोग खाली गाड़ियों को सड़क पर खड़े कर देते हैं, जब भर कर आती है वह भी एक किलोमीटर तक लंबी लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं, जिसकी वजह से खाली और भरे वाहन से ग्रामीणों को चलने में काफी दिक्कत हो रही है।

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जाम लगने का मुख्य कारण स्टोन क्रेशरों द्वारा जो प्लाट किराए में लिए गए थे उनमें सरकार द्वारा भंडारण की व्यवस्था या अनुमति नहीं देने से जाम लगने का एक कारण यह भी है। दूसरा कारण गौला से खनन सामग्री लेकर आने वाले वाहनों को काटों पर तोड़ने के बाद उनको रॉयल्टी तुरंत नहीं मिलती जिस कारण वाहन भरे हुए सड़क के किनारे रॉयल्टी के चक्कर में खड़े रहते हैं । तीसरा कारण कारण गौला नदी से क्रेशर की दूरी 5 से 6 किलोमीटर है जिस कारण बिना रॉयल्टी से वाहन चेकिंग की वजह से नहीं जा पाते और सड़क में खड़ा कर देते हैं।जिससे स्थानीय लोग जाम की वजह से परेशान है।विभागीय अधिकारी व कर्मचारी भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देते । चौथा कारण एक ट्रक ड्राइवर 5 से 6 गाड़ियां चलाता है जिससे नदी से निकालने में उसको टाइम लगता है और वह रोड में खड़ा करके दूसरी गाड़ी लाने के लिए या ले जाने के लिए गाड़ियों को रोड में खड़ा कर देते हैं। कोई भी जनप्रतिनिधि, पुलिस प्रशासन, वन विभाग, वन विकास निगम या आला अधिकारी का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता,

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