हल्द्वानी।
हल्द्वानी स्थित एक निजी प्रतिष्ठान ने उत्तराखंड युवा एकता मंच द्वारा आज 31 जनवरी को प्रातः 9.00 बजे बुध पार्क से घोड़ाखाल गोल्ज्यू मन्दिर तक हो रही गोलजू न्याय यात्रा के संदर्भ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया गया कि प्रदेश में आज युवाओं,महिलाओं, दिव्यांगों,मजदूरों सहित तमाम वर्गों पर हो रहे अन्याय पर युवाओं दिव्यांगों सभी वर्गों में आक्रोश व्याप्त है ।
क्योंकि पौराणिक मान्यताओं में कहा गया है कि जिसका कोई न्याय नहीं करता उसका कुमाऊं के इष्ट देवता गोल्ज्यू न्याय करते हैं ,तो उत्तराखंड युवा एकता मंच द्वारा गोल्ज्यू के दरबार में पूरे प्रदेश में व्याप्त हो चुके अन्याय व दुराचार के खिलाफ न्याय की अर्जी गोलजू दरबार में लगाई जाएगी।
साथ ही पत्रकारों ने जब अनुमानित संख्या के बारे में सवाल किया तो उत्तराखंड युवा एकता मंच के संयोजक पीयूष जोशी ने कहा कि “कर्म युद्ध में निमंत्रण नहीं भेजे जाते और जिनका जमीर जिंदा होता है वह युद्ध में खुद चलकर आते हैं” ,उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के विभिन्न सामाजिक राजनीतिक, गैर राजनीतिक संगठनों तथा प्रदेश की मातृशक्ति,युवा शक्ति,दिव्यांगजन सभी से खुला आवाहन किया है कि अगर आपके साथ किसी भी स्तर पर अन्याय हुआ है ।
तो उस अन्याय के विरुद्ध गोल्ज्यू दरबार में अर्जी लगाने के लिए “न्याय यात्रा” के भागी बने ।
जो लोग यात्रा के भागी नहीं बन सकते वह गोल्ज्यू दरबार के लिये अपने अर्जियां प्रातः 9:00 बजे बुधवार को पहुंचकर उत्तराखंड युवा एकता मंच के सदस्यों को दे सकते हैं ।
उनकी अर्जी गोल्ज्यू दरबार तक ले जाने की जिम्मेदारी मंच के संयोजक व सदस्यों की होगी।
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विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में धांधली व पेपर लीक के मामले आज प्रदेश में चरम पर है ,खबरें तो यह भी है कि 13 से 16 फरवरी तक आयोजित होने वाली अपर पीसीएस के प्रिलिम्स के पेपर भी लीक हुए हैं, हमारी सरकार से एक ही मांग है सभी भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच हो व जल्द सख्त नकलविरोधी कानून लाया जाए।
-पीयूष जोशी
संयोजक
उत्तराखंड युवा एकता मंच।
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उत्तराखंड में महिलाओं पर हो रहा अन्याय आज चरम पर है ।
अंकिता भंडारी प्रकरण में वीआईपी कौन था इसका खुलासा सरकार अभी तक नहीं कर पाई ,इसके अलावा प्रदेश की महिलाएं आज भी न्याय की गुहार लगा रही है हम प्रदेश की मातृशक्ति से आह्वान करते हैं कि जब सिस्टम में उनकी सुनी नहीं जा रही तो आज हमारे साथ न्याय के देवता “गोल्ज्यू दरबार” में अर्जी लगाने चले।
- राहुल पन्त
संयोजक
उत्तराखंड युवा एकता मंच बॉक्स: स्थानीय युवाओं को रोजगार देना एक बड़ा मुद्दा था परंतु सरकार द्वारा पूर्वर्ती उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी 70% युवाओं को रोजगार देने की बात तो दूर आज प्राइवेट कंपनियों में चाहे सेंचुरी हो या अन्य कंपनियां 8000 में 8 से 10 घंटे खड़ा रखकर नौकरी कराई जाती है ।
युवाओ के शोषण व अन्याय पर सरकार को रोक लगाते हुए सशक्त श्रम कानून बनाना चाहिए। - गौरव जयसवाल बजेला
संयोजक
उत्तराखंड युवा एकता मंच बॉक्स :
प्रदेश सरकार भर्ती घोटालों पर अंकुश लगाने में असमर्थ है आज सिस्टम पैरालिसिस की ओर है जब युवाओं का भरोसा ही पूरी व्यवस्था से उठ गया है ऐसे में अंतिम न्याय की अवधि गोलजू दरबार में लगा रहे हैं ।
जो आंदोलन का अंत नहीं आगाज है प्रदेश सरकार समझे की अगर चीजें सही नहीं होती तो व्यापक जनांदोलन खड़ा किया जाएगा।
- विशाल भोजक
संयोजक
उत्तराखंड युवा एकता मंच बॉक्स:
जोशीमठ पर सरकार का रुख कुछ खास नहीं है मैं खुद जोशीमठ में रहता वालंटियर की तरह कार्य कर चुका हूं। वहां के स्थानीय लोगों को सरकार को न्याय देना चाहिए मैं उनकी अर्जी लेकर गोल्ज्यू दरबार जा रहा हूं।
- भूपेंद्र कोरंगा
संयोजक
उत्तराखंड युवा एकता मंच
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आज राज्य सरकार द्वारा भर्ती घोटालों की जांच एसटीएफ़ से हटाकर एसआईटी को सौंपी गई है। परंतु मेरा सवाल केवल एक है कि जब एलआईयू की निगरानी में परीक्षाएं करानी है जाने के लिए आयोग द्वारा पत्र लिखा गया था तो उस पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई ।
और दरोगा भर्ती घोटाले सामने आने के बाद जांच करने वाली पुलिस की जब सवालों के घेरे में है।
ऐसे में सीबीआई जांच कराकर युवाओं के आक्रोश को शांत क्यों नहीं करती ।
-कार्तिक उपाध्याय
संयोजक
उत्तराखंड युवा एकता मंच
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सरकार को दिए युवाओं ने यह सुझाव:
- उत्तराखंड लोक सेवा आयोग का भी अधिनस्थ चयन सेवा आयोग की तरह भंग करते हुए आयोग में स्ट्रक्चरल रिफॉर्म लाते हुए आयोग का पुनर्गठन किया जाना चाहिए ।
2.सरकार को पहले एक सख्त नकल विरोधी कानून लाना चाहिए उसके बाद परीक्षा करानी चाहिए ।
3.अंकिता भंडारी सहित तमाम लंबित मामलों को सीबीआई जाँच के लिए भेजना चाहिए। - प्रदेश में प्राइवेट कंपनियों के शोषण पर रोक लगाने हेतु श्रम कानून बनाए जाने चाहिए व पूर्वर्ती उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी 70% स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का जिओ तत्काल लागू किया जाना चाहिए।
- जोशीमठ में प्रभावितों को तत्काल विस्थापित कर उनके पुनर्वास हेतु नई योजना लाई जानी चाहिए।
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यह रहेगा यात्रा का रूट यात्रा :
हल्द्वानी बुद्ध पार्क से प्रातः 9:00 चालू होकर पदयात्रा निकालते हुए काठगोदाम तक जाएगी।
जहां से अपनी-अपनी गाड़ियों में युवा भीमताल प्रस्थान करेंगे ।
भीमताल में फिर मुख्य बाजार में पदयात्रा निकालकर युवाओं को एक संदेश देंगे।
उसके बाद भवाली मुख्य बाजार से घोड़ाखाल तक पदयात्रा कर गोल्ज्यू दरबार में न्याय की अर्जी लगाएंगे।
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इन संगठनों ने किया खुले समर्थन का ऐलान :
यात्रा में अभी तक उत्तराखंड क्रांति दल, उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी, आम आदमी पार्टी, सुराज सेवादल ,देवसेना संगठन, युवा कांग्रेस सहित तमाम राजनीतिक गैर राजनीतिक संगठनों ने अपने समर्थन का ऐलान कर दिया है। वही हल्दुचौड हल्द्वानी सहित तमाम जगह के छात्र भी इस रैली को खुला समर्थन देते नजर आ रहे हैं।
उक्त न्याय यात्रा में पूरे प्रदेश के अन्याय से पीड़ित युवा जुटने की उम्मीद नजर आ रही है।