राज्य में कोरोनावायरस का कहर चाहे कम हो गया और लेकिन सरकार के द्वारा इस समय किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बढ़ती जा रही है वही हरिद्वार जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहां पर ट्रेन से आए यात्रियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कड़े कदम उठाए जाने शुरू कर दिए गए हैं। अब अगर किसी को हरिद्वार अस्थियां प्रवाहित करने के लिए आना है, तो उनको कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लानी अनिवार्य होगी। लेकिन, अगर वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं और प्रमाणपत्र है तो निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत नहीं होगी। हरिद्वार आने के लिए स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण भी करवाना अनिवार्य होगा।हरिद्वार डीएम ने कोविड कर्फ्यू की एसओपी जारी कर दी है।एसपीओ छह अगस्त की सुबह छह बजे तक लागू होगी। लोग अपनों की अस्थियां विसर्जन के लिए आते हैं।
सावन में कांवडिए भी पुलिस को चकमा देकर ट्रेनों और बसों से हरिद्वार पहुंच रहे हैं। हरिद्वार में प्रवेश करने वाले बाहरी राज्यों के लोगों के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और पोर्टल पर पंजीकरण की अनिवार्यता है।रेलवे स्टेशन से सोमवार को 325 कांवड़िए पकड़े जाने और अहमदाबाद से अस्थि विसर्जन के लिए पहुंचे छह लोगों के रैंडम सैंपलिंग में कोविड पॉजिटिव मिलने पर स्टेशन पर सख्ती कर दी गई है। शासन के कोविड कर्फ्यू बढ़ाए जाने के बाद जिलाधिकारी सी रविशंकर ने भी हरिद्वार जिले के लिए एसओपी जारी कर दी है। एसओपी का कड़ाई से पालन कराए जाने के निर्देश जारी किए हैं। अस्थि विसर्जन में अधिकतम चार लोग आ सकते हैं।