देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में यौन शोषण का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
यहां 29 दिसंबर 2020 को शहर कोतवाली में एक युवती ने शिकायती पत्र देकर एक 22 वर्षीय युवक पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए खुद को पांच माह की गर्भवती बता कर युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन मामले में जांच आरोपित नाबालिग किशोर निकला, इसके बाद कोतवाली पुलिस ने युवती को ही नाबालिग किशोर का उत्पीडन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार यह अपनी तरह का पहला मामला है। ऐसा युवती द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे की जांच के बाद हुआ है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी तो मामला ही पलट गया।
पुलिस का कहना है कि वास्तव में आरोपित बताये गए युवक की उम्र मात्र 15 वर्ष निकली है। शुरुआत में ही पुलिस की जांच में आरोपों में घिरे लड़के की उम्र अट्ठारह साल से कम लग रही थी जबकि युवती ने लड़के की उम्र बाइस साल होने का दावा किया था। युवती ने कोर्ट में भी 164 के तहत हुए बयानों में भी आरोपों को दोहराया था। जबकि लड़के के परिजनों ने आरोपों को झूठा बताकर उसके नाबालिग होने की बात कही और नगर निगम से जारी जन्म प्रमाण पत्र भी पुलिस को सौंपा था। इसमें उसकी उम्र पंद्रह साल होने की पुष्टि हुई। इस प्रकार मामले की विवेचना कर रही उप निरीक्षक कुसुम पुरोहित का विधिक प्रावधानों के अनुसार पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों की साक्ष्यों के आधार पर पुष्टि नहीं हुई। इस कारण युवती द्वारा किशोर के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराकर पॉक्सो ऐक्ट के अंतर्गत धारा 4/3 (ग) का अपराध दर्ज किया गया।
बुधवार को पुलिस टीम ने युवती को पॉक्सो अधिनियम में गिरफ्तार कर लिया। बताया कि युवती को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।