संभल के खग्गू सराय मोहल्ले में शिव मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन कुएं की खोदाई के दौरान भगवान शिव, गणेश और माता पार्वती की खंडित मूर्तियां मिली हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मूर्तियों को अपने संरक्षण में ले लिया है।
मूर्तियां कुएं में मलबा और मिट्टी के बीच पाई गई। कुएं की खोदाई अभी भी जारी है। मूर्तियां खंडित कैसे हुई इसकी जांच जारी है। वहीं दूसरी ओर 46 सालों से बंद प्राचीन शिव मंदिर में लोग दर्शन और पूजन करने पहुंच रहे हैं।
1978 में दंगे के बाद हिंदू ने किया पलायन
बता दें कि एक रिपोर्ट में विष्णु रस्तोगी ने बताया कि हमारे पूर्वजों ने यह मंदिर बनवाया था। इसके पास पीपल का पेड़ था और एक कुआं भी था। सुबह-शाम को लोग मंदिर में दर्शन करने आते थे और कुएं के पास कीर्तन होता था। 1978 में दंगा हुआ था और हिंदू यहां से पलायन कर गए। इस इलाके में 40 से 42 हिंदू परिवार रहते थे और थोड़ी ही दूरी पर मुस्लिम परिवार रहते थे। सभी में काफी भाईचारा था। मंदिर में सभी धार्मिक परंपराएं होती थी। 2005 में वहां पर हमारे कुनबे का आखिरी मकान बिका। मंदिर में पूजा आरती करने के लिए कोई बचा नहीं था। मंदिर के शिखर पर लोगों ने छज्जे निकाल लिए थे। मंदिर के चारों तरफ 4 फीट परिक्रमा मार्ग था। सामने को छोड़कर तीनों तरफ से अतिक्रमण कर लिया गया। अतिक्रमणकारियों ने कुएं को बंद कर दिया और उसपर गाड़ी खड़ी करने के लिए एक रैंप बना दिया गया। मंदिर की जमीन हमारे परिवार ने ही दी थी और यह करीब 300 साल पुराना होगा