मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर 22 पुल झनकईया में लगने वाले गंगा स्नान मेले का शुभारंभ किया तथा शारदा के गंगा घाट पर गंगा आरती की ।
इस अवसर पर श्री धामी ने कहा कि मेले हमारी कला एवं संस्कृति को संजो कर रखने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं उन्होंने कहा कि बचपन से ही मेले का लगाओ रहा है जिस कारण मैं कक्षा चार से ही 22 पुल झनकईया मेले में शामिल होता रहा हूं। उन्होंने कहा कि इस मेले से मेरा बचपन से ही लगाव एवं जुड़ाव होने के कारण समिति के कहने पर व्यस्ततम कार्यक्रम के बावजूद मेले में शामिल हुआ हूँ। यह मेरा सौभाग्य है कि गंगा स्नान पर्व यहाँ मना रहा हूँ।
श्री धामी ने कहा कि पिछले 21 सालों से उत्तर प्रदेश के साथ परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर वार्ताएं चल रही थी परंतु समाधान तक नहीं पहुंच पा रही थी। श्री धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए कि मुख्यमंत्री स्तर की बैठक में एक-एक करके परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर एक-एक बिंदु पर सहमति बन गई । श्री धामी ने कहा कि 57 100 हेक्टेयर भूमि तथा सिंचाई विभाग के 1700 मकान जो सिंचाई विभाग के अधीन है शीघ्र ही जॉइंट सर्वे कराकर सर्वे के आधार पर उत्तर प्रदेश को उसकी आवश्यकता के अनुसार भूमि में मकान देने के पश्चात बाकी सभी भूमि उत्तराखंड की होगी। इसके साथ ही श्री धामी ने परिसंपत्तियों के बंटवारे से उत्तराखंड व क्षेत्र को होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर मेला कमेटी ने मोमेंटो भेंट कर माननीय मुख्यमंत्री श्री धामी को सम्मानित किया।
इसके पश्चात श्री धामी ने बगूलिया दुर्गा मन्दिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की तथा देश व प्रदेश की सुख-समृद्धि एंव खुशहाली की कामना की और चटाई पर बैठकर केले के पत्ते पर खिचड़ी रूपी प्रसाद ग्रहण किया। श्री धामी ने वन शक्ति मन्दिर में भी पूजा की।
इस अवसर पर विधाकय प्रेम सिंह राणा ने भी अपने विचार रखे।