बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव घोषित करने की मांग, कांग्रेस ने किया विधानसभा कूच

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नैनीताल जिले के बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव घोषित किए जाने और इसकी तरह अन्य दर्जनों ऐसे खत्तों, गोटों को वन भूमि अतिक्रमण आघोषित के नाम पर बेघर किए जाने के विरोध में कांग्रेस ने पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में विधानसभा के लिए कूच किया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी मौजूद रहे।


कांग्रेस ने बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव घोषित करने की मांग को लेकर आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में विधानसभा कूच किया। हरीश रावत के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेताओं और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी भाग लिया।

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गोट और खत्तों का 100 साल से भी ज्यादा का इतिहास
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि 100 साल के से ज्यादा के इतिहास के साथ गोट, खत्ते आदि तराई के भाबर में बसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बंजर भूमि को आबाद किया जो कि हजारों की संख्या में हैं। इन सब गांवों को राजस्व गांव का दर्जा दिया जाने की मांग को लेकर उन्होंने आज सरकार को जगाने के लिए विरोध जताया है।

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार पर जमकर साधा निशाना
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी सरकार से बिंदुखत्ता जैसे अन्य गांवों को भी राजस्व गांव घोषित किए जाने की मांग को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इन गांव में रहने वाले लोगों को हक दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी लगातार इनकी आवाज उठाती रहेगी। करन माहरा ने कहा कि सरकार स्मार्ट सिटी के नाम पर गरीबों को उजाड़ने का काम कर रही है

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