चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या 19 दिन में आठ लाख पहुंच गई है। दो साल बाद रिकार्ड संख्या में चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचे हैं।
चारधाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की भीड़ के सामने संसाधन कम पड़ रहे हैं। भीड़ इतनी हो रही है कि हरिद्वार और ऋषिकेश में तीर्थयात्रियों को बसों का इंतजार करने में चार-चार दिन लग रहे हैं। तीर्थयात्रियों का दल कई दिनों तक हरिद्वार और ऋषिकेश की धर्मशालाओं में रहकर बसों का इंतजार कर रहा है।
यात्रियों की भीड़ में दूसरे राज्यों से कई दल ऐसे आ रहे हैं जिन्होंने चारधाम की यात्रा की बुकिंग की थी। लेकिन जब ऋषिकेश हरिद्वार पहुंचे तो उन्हें बस नहीं मिली। बस दो धाम के लिए मिली। उन्होंने दो धाम के दर्शन किए और आपस अपने राज्यों में चले गए।
कई यात्री संसाधन न मिलने पर एक धाम की यात्रा कर चलते बने। भले यात्रा के काम में होटल कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों, धर्मशाला संचालकों, ऑटो विक्रम चालकों को इस समय अच्छा काम मिल रहा हो, लेकिन उम्मीद से ज्यादा यात्रियों के आने से अव्यवस्थाएं भी हो रही हैं।
यात्रा प्रशासन ऋषिकेश के व्यैक्तिक अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री में 9299 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। चार मई को 13945, पांच मई को 14006, छह मई को गंगोत्री, यमनोत्री और केदारनाथ, 37112, सात मई को 31700, आठ मई को चारधाम में 58471, नौ मई को 47247, 10 मई को 49353, 11 मई को 45678, 12 मई को 53460, 13 मई को 50516, 14 मई को 53043, 15 मई को 56491, 16 मई को 52325, 17 मई को 47677, 18 मई को 49448, 19 मई को 36788, 20 मई को 46413, 21 मई को 46960 तीर्थयात्री कुल 7,99,932 तीर्थयात्री धामों में दर्शन कर चुके हैं।