हल्दूचौड़
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी हल्दूचौड बरेली रोड एवं उत्तराखंड कांग्रेस सेवादल के संयुक्त तत्वावधान में “देश के संविधान दिवस” तथा माह के अंतिम रविवार पर “मासिक ध्वजवंदन कार्यक्रम” में पंचायत घर डूंगरपुर स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारक में सेवादल
कार्यकर्ता किसन आर्य के ध्वज रक्षण में तथा सेवादल के कुमाऊँ-मंडल प्रभारी राजेन्द्र चन्द्र दुर्गापाल एवं कई बरिष्ठ कांग्रेस जनों तथा कांग्रेस सेवादल कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में मुख्य अतिथि ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश चन्द्र दुम्का द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा कांग्रेस सेवादल के ध्वजवंदन कार्यक्रम की सराहना की। तत्पश्चात “मिलन केंद्र सभागार ” में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश चन्द्र दुम्का की अध्यक्षता में बैठक तथा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें सेवादल के कुमाऊँ-मंडल प्रभारी राजेन्द्र चन्द्र दुर्गापाल, कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष मनोज दानू, महिला सेवादल जिलाध्यक्ष विमला जोशी, जिला कांग्रेस अनुशासन समिति अध्यक्ष उमेश चन्द्र कबड्वाल, किसान कांग्रेस के हेमवतीनंदन दुर्गापाल, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डा.बालम सिंह बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष दुग्धसंघ नैनीताल राजेन्द्र सिंह बिष्ट, बरिष्ठ किसान नेता रमेश चन्द्र तिवारी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य भाष्कर भट, ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष हरीश सिंह बिष्ट, बरिष्ठ कांग्रेसी दयाकिशन बमेटा, जगदीश चन्द्र आर्य, दीपक भट, कांग्रेस सेवादल के जिला महासचिव गोकर्ण सिंह बिष्ट, ध्वजवंदन प्रभारी खुशाल सिंह मेहता,ब्लॉक अध्यक्ष गौलापार महेंद्र सिंह क्वीरा, ब्लॉक अध्यक्ष बिन्दुखत्ता किशन चन्द्र आर्य, लालकुंआ नगर कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष गोपाल बत्रा, लालकुंआ महिला सेवादल बरिष्ठ कार्यकर्ती दुर्गा देवी, सेवादल जिला सचिव रजत कनवाल आदि सभी ने भारत के राष्ट्रीय ध्वज संविधान की रक्षा का संकल्प लिया। तथा भारत के संविधान की बिशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए प्रसंशा की एवं इस अवसर पर सभी क्षेत्र-प्रदेश-देश वासियों को बधाई दी। सभा में क्षेत्रीय ज्वलंत समस्याओं पर जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग की दुर्दशा के कारण आये दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं, ग्रामीण आंतरिक मार्गों की दुर्दशा, किसानों की कृषि भूमि के विनियमितीकरण, सिंचाई नहरों और गूलों का खस्ताहाल, पेयजल, नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हल्दूचौड़ को चालू नहीं करना आदि पर विचार किया गया जिनके समाधान के लिए सरकार से एकबार और मांग करने का निर्णय भी लिया गया। अंत में सभापति द्वारा सभी उपस्थित गणमान्य जनों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद किया और राष्ट्रगान के साथ गोष्ठी का समापन हुआ।