सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भारत में पहली बार भ्रष्टाचार की नीव पर खड़े गगनचुंबी ट्विन टावर को ध्वस्त किया…

खबर शेयर करें -


नोएडा। अवैध तरीके से बनाए गए ट्विन टॉवर्स भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े सुपरटेक बिल्डर को आज दोपहर 2:30 बजे चंद सेकेंड में जमींदोज कर दिया गया। पहली बार अदालत के आदेश पर इतनी बड़ी इमारतों को गिराया गया। इसके लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लंबी लड़ाई लड़ी गई।

दिल्ली से सटे नोएडा में भ्रष्टाचार के ट्विन टावर को धराशायी कर दिया गया है. दोपहर ढाई बजे हरा बटन के दबते ही सीरियल धमाके के साथ करप्शन के दोनों टावर ध्वस्त हो गए हैं. कुतुब मीनार से भी ऊंचे गगनचुंबी ट्विन टावर को एक्शन और धमाके के साथ कुछ ही सेकेंड्स में जमींदोज़ कर दिया गया।

यह भी पढ़ें -  अंगीठी की गैस से दम घुटने से मुंबई से गांव आई महिला की मौत

नोएडा सेक्‍टर-93A के एमराल्‍ड कोर्ट, जहां ये टावर स्थित था, उसे सील करा दिया गया था. डीसीपी (सेंट्रल नोएडा) राजेश एस के अनुसार, करीब 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और NDRF की टीम को तैनात किया गया था. इंस्टेंट कमांड सेंटर में 7 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ट्विन टावर को गिराने के लिए 3,700 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटकों का उपयोग किया जाएगा।
ब्लास्ट से पहले सायरन बजाया गया है. बटन दबाते ही 9-12 सेकंड के अंदर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फाइनल तामील करते हुए टावर को गिरा दिया गया।

यह भी पढ़ें -  प्रदेश के 55 अस्पतालों को मिलेगा भूकंपरोधी कवच, स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी मजबूती

Advertisement

लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -

👉 हमारे व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें

👉 फ़ेसबुक पेज लाइक/फॉलो करें

👉 विज्ञापन के लिए संपर्क करें -

👉 +91 94109 39999