पशुधन और प्रकृति को समर्पित गोवर्धन पूजा पर्व पर पशु अस्पतालों की दशा सुधारने और पशु चिकित्सा से जुड़े डॉक्टरों एवं सम्पूर्ण स्टॉफ के प्रति मानव चिकित्सा जैसा व्यवहार करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर एमबीपीजी के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ संतोष मिश्र ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
उन्होंने कहा कि नंदी महाराज और पशुपतिनाथ की पूजा की परम्परा वाले देश में पशुचिकित्सा के प्रति उपेक्षा का भाव उचित प्रतीत नहीं होता। हमारे सभी देवी देवताओं के वाहन पशु, पक्षी ही हैं। आधुनिकीकरण और तकनीक के विस्तार के बावजूद पशुधन हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे जीवन का आधार हैं। ऐसे में उनकी उपेक्षा से नकारात्मक दूरगामी परिणाम होंगे।
ज्ञापन के मुख्य बिंदु…
बदहाल पशु अस्पतालों का स्वास्थ्य सुधारा जाय। पशु चिकित्सालयों की आधारभूत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करते हुए चिकित्सा अधिकारी से लेकर निचले स्तर के कर्मचारी तक के खाली पदों को समय पर भरा जाय।
आम जनमानस हो या शासन व्यवस्था पशुधन से जुड़े चिकित्सकों से लेकर उनकी देखभाल करने वाले कर्मचारियों के प्रति मानव चिकित्सा जैसा आदर और व्यवहार किया जाय।
पशु क्रूरता निवारण समितियों को सशक्त बनाते हुए उन्हें सक्रिय और तत्पर किया जाय।