Vanantara मामले में सोमवार को गांधी पार्क में धरना देंगे हरीश रावत,24 घंटे वही बैठेंगे हरीश कहा- केस में बाधा बन सकता है सरकार का बयानपूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा मामले में वह सोमवार को गांधी पार्क में एक दिवसीय धरना देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से वीआइपी को लेकर दिया गया बयान भविष्य में संबंधित मुकदमे और दंड प्रक्रिया में बाधा बन सकता है।
को देहरादून रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा प्रकरण में बेटी को न्याय मिलना चाहिए। वनंतरा रिसार्ट में वीआइपी को लेकर सरकार के मंत्री का जो बयान आगे आया है वह भविष्य में मुकदमे को प्रभावित कर सकता है।
वीआइपी की उपस्थिति गंभीर मामला
वनंतरा रिसार्ट की कर्मचारी ने अपनी वाट्सएप चेटिंग में साफ कहा है कि उस पर वीआइपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव था। इस प्रकरण को लेकर उत्तराखंड की जनता में अभी भी कई तरह के संदेह हैं। इसमें वीआइपी की उपस्थिति गंभीर मामला है। इससे रिसार्ट संस्कृति पर भी गंभीर सवाल खड़े हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि विधानसभा में बैक डोर से नियुक्तियों का मामला यदि अवैध है तो नियुक्ति पाने वाला ही दोषी नहीं है बल्कि नियुक्ति देने और दिलवाने वाला भी बराबर का दोषी है। कमजोर को दंडित करना और अन्य को दंडित नहीं करना यह न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है।ऋषिकेश में जी-20 समिट के आयोजन को लेकर हरीश रावत ने कहा कि यह अपने आप में बड़ी बात है कि उत्तराखंड की हृदय स्थली ऋषिकेश में यह आयोजन हो रहा है। राज्य सरकार का दायित्व है कि वह ऋषिकेश के गोविंद नगर में लगे कूड़े के पहाड़ का निस्तारण कराएं। यहां के विकास का रोड मैप सरकार तैयार करें।
समूचे विश्व में उत्तराखंड राज्य की छवि सुधरेगी। यह सिर्फ पालीटिकल इवेंट बनकर ना रह जाए। इस अवसर पर कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, राजपाल खरोला, संजय गुप्ता, मनीष शर्मा, सरोज देवराडी, मधु जोशी, राजेंद्र गैरोला आदि मौजूद रहे।
छात्र संघ की जीत परिवर्तन का शुरुआत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश परिसर में एनएसयूआइ की अध्यक्ष पद प्रत्याशी साक्षी तिवारी की जीत पर अपनी शुभकामनाएं देने के साथ उनके लिए एक माला संगठन सदस्यों को दी। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में एनएसयूआइ की जीत परिवर्तन की शुरुआत है। राज्य में जहां भी छात्र संघ चुनाव हुए हैं, अधिसंख्य जगह पर एनएसयूआइ की अच्छी संख्या में जीती है।