मच्छर जनित रोगों से निपटने के लिए सरकार ने प्रयास तेज करते हुए बीते दिनों अस्पतालों के लिए एडवाइजरी जारी की थी तथा मुख्य सचिव ने इससे निपटने के लिए निर्देश दिए थे लेकिन इसके बावजूद कुछ जनपदों में इस रोग के प्रकोप के खबर आ रही है।
एशनल वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय, उत्तराखंड द्वारा जारी डेंगू बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड के देहरादून में बीते रोज रविवार को देहरादून में 06 नैनीताल में 03 तथा पौड़ी गढ़वाल में 04 डेंगू के नए केस आए हैं इस तरह रविवार को राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या 13 हो गई है । मच्छर के द्वारा संचारित होने वाला यह बुखार कभी-कभी घातक भी सिद्ध होता है। इसके तीव्र लक्षण कभी-कभी कुछ समय बाद देखे या महसूस किए जाते हैं, हालांकि यदि इनकी समय पर पहचान कर ली जाये तब इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है। अक्सर डेंगू के लक्षण सामान्य फ्लू या वायरल बुखार से मिलते जुलते लगते हैं, इसलिए निम्न लक्षणों के आधार पर इनकी पहचान कर ली जानी चाहिए और सही पहचान के लिए तुरंत एक ब्लड टेस्ट करवा लेना चाहिए :
सामान्य रूप से देखे जाने वाले डेंगू के लक्षण: मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द ,शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं
तेज़ बुखार, बहुत तेज़ सिर दर्द,आँखों के पीछे दर्द ,उल्टी आना और चक्कर महसूस होना यदि इस तरह के लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।