गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को मच्छु नदी पर बना केबल पुल टूटने से एक बड़ा हादसा हो गया। इस घटना के दौरान पुल के ऊपर खड़े कई लोग नदी में गिर गए। घटना में अब तक 85 लोगों की मौत होने की खबर है। मरने वालों में महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक बताई जा रही है। मुख्यमंत्री अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। सरकार ने घटना की SIT जांच के आदेश दे दिए हैं।
मीडिया से बातचीत में गुजरात पुलिस के महानिदेशक आशीष भाटिया ने कहा, ’85 शव बरामद किए गए हैं जबकि और अभी नदीं में हो सकते हैं। फिलहाल इस हादसे में मारे गए लोगों की निश्चित संख्या बता पाना मुश्किल है।’
अंधेरा होने से रेस्क्यू में दिक्कत
रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, लेकिन अंधेरा होने के चलते रेस्क्यू में काफी दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस और प्रशासन की मदद के लिए एनडीआरएफ की तीन की टीमें भी जल्द मौके पर पहुंच रही हैं। एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शाहिदी ने कहा कि एनडीआरएफ की दो और टीमों को वडोदरा हवाई अड्डे से राजकोट हवाई अड्डे के लिए रवाना किया जा रहा है।
नेवी और एयरफोर्स को भी बुलाया गया
वहीं, एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ टीम के साथ वायुसेना का विमान राहत कार्यों के लिए रवाना हो गया है। एक घंटे में दूसरा विमान भेजा जाएगा। जामनगर और आसपास के अन्य स्थानों में बचाव कार्यों के लिए हेलीकाप्टरों को तैयार रखा गया है। भुज और अन्य स्थानों से मोरबी के लिए गरुड़ कमांडो भेजे गए हैं। इसके साथी भारतीय नौसेना के 50 जवान भी मोरबी भेजे गए हैं।
आर्टिलरी ब्रिगेड से डॉक्टरों की टीम बुलाई
अधिकारी ने कहा कि ध्रांगधरा के पास एक आर्टिलरी ब्रिगेड से डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ सहित भारतीय सेना की एक टीम पहले ही मोरबी में दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और बचाव और राहत कार्यों में हिस्सा ले रही है। डॉक्टरों और अन्य राहत सामग्री के साथ सेना की एक और टीम शीघ्र ही घटनास्थल पर पहुंच रही है।
सीएम ने मुआवजे का किया ऐलान
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवार के लिए 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है। सीएम ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और मोरबी के लिए रवाना हो गए हैं।
100 साल से अधिक पुराना था पुल
यह पुल करीब 100 साल पुराना बताया जा रहा है और कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत कराई गई थी। मरम्मत के बाद 5 दिन पहले ही इसे आम जनता के लिए फिर से खोला गया था।
पीएम मोदी ने भी मुआवजे का किया ऐलान
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों ने मोरबी में हुई दुर्घटना के संबंध में बात की है। उन्होंने बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल जुटाने, स्थिति की बारीकी से और लगातार निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने को कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी हादसे में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
हादसे के पीड़ितों के साथ मेरी संवेदनाएं एवं प्रार्थनाएं : मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उनकी संवेदनाएं एवं प्रार्थनाएं गुजरात के मोरबी में पुल हादसे में प्रभावित लोगों के साथ हैं। उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई कि राहत और बचाव के प्रयासों से पीड़ितों को राहत मिलेगी। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ”गुजरात के मोरबी में हुई त्रासदी ने मुझे चिंतित कर दिया है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं। राहत और बचाव प्रयासों से पीड़ितों को राहत मिलेगी।”
पीएम ने ली पटेल से जानकारी
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने की घटना से मुझे गहरा दुख हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मैं इस संबंध में जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं। पटेल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मुझसे हादसे के बारे में बात कर स्थिति की जानकारी ली है।
एनडीआरएफ मौके पर पहुंच रही
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत इलाज देने के निर्देश दिए हैं।
केजरीवाल ने दुख जताया
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। केजरीवाल ने कहा कि गुजरात से बेहद दुःखद खबर मिल रही है। मोरबी में ब्रिज टूट जाने से कई लोगों के नदी में गिर जाने की खबर है। भगवान से उनकी जान और स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं।”