हल्द्वानी में प्रेमपुर लोशज्ञानी और राजारानी विहार में शनिवार सुबह तेंदुआ पहुंच गया, जिसे रेस्क्यू करने गई वन विभाग की टीम के दो कर्मचारी घायल हो गए। एक स्थानीय व्यक्ति पर भी तेंदुए ने हमला बोल दिया। घंटों मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ा। बाद में उसे दूरस्थ क्षेत्र के जंगल मेें छोड़ दिया गया।
प्रेमपुर लोशज्ञानी में सुबह करीब छह बजे तेंदुआ देखा गया। सूचना मिलने के बाद भाखड़ा रेंज, टांडा रेंज की टीम पहुंची। नैनीताल चिड़ियाघर के डॉ. हिमांशु के अलावा वेस्टर्न सर्किल में तैनात डॉ. आयुष उनियाल रेस्क्यू टीम के साथ पहुंचे। तेंदुए ने कई बार टीम को छकाया। तेंदुआ प्रेमपुर लोश्ज्ञानी से होते हुए राजारानी विहार में पहुंच गया।
भाखड़ा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नवीन रौतेला ने बताया कि तेंदुआ कई घरों में पहुंच गया था। दूसरे घर में ट्रैंक्यूलाइज करने के लिए मारे गए डॉट लगने के बाद पहुंचा था। यहां करीब 11:30 बजे तेंदुए को पकड़ लिया गया। स्वास्थ्य जांच के बाद जंगल में छोड़ दिया। यह तेंदुआ चार साल का है। कार्रवाई के दौरान वनकर्मी सुरेंदर सिंह व कन्नू समेत तीन लोग घायल हो गए। स्थानीय व्यक्ति नन्हें भी घायल हुए। इनका उपचार सुशीला तिवारी में कराया गया। कार्रवाई के दौरान आरओ रूप नारायण गौतम आदि मौजूद थे।
- राजा रानी के रॉकी ने बचाई बुजुर्ग महिला की जान
हल्द्वानी में शनिवार सुबह नौ बजे का समय था। राजा रानी विहार निवासी बुजुर्ग पद्मा बिष्ट का जर्मन शेफर्ड कुत्ता रॉकी अचानक जोर-जोर से भौंकने लगा। मकान के पास मैदान में कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। तभी वह बाहर आईं तो बच्चे चिल्लाकर कहने लगे आपके बरामदे के तख्त के नीचे तेंदुआ छिपा है। यह सुनकर पद्मा सकपका गईं। इसी बीच रॉकी तेंदुए की ओर दौड़ा तो वह तख्त के नीचे से निकलकर चहारदीवारी फांदते हुए सामने एक घर के आंगन में पहुंच गया।
तेंदुआ आने की खबर लगते ही लोग घरों के दरवाजे, खिड़कियां बंद कर छतों पर चढ़ गए। इस बीच खेल रहे बच्चों ने पत्थर मारे तो वहां से भागते हुए फिर एक खाली प्लाट में उगी झाड़ियों के अंदर छिप गया और काफी देर तक नहीं निकला। इस दौरान लोगों की भीड़ जमा हो गई। मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने जब तेंदुए को पिंजरे में कैंद किया तब लोगों की जान में जान आई