लगातार वर्षा को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा स्वयं हर घटनाओं पर अपनी पैनी नजर रखी जा रही है

खबर शेयर करें -

पिथौरागढ़। विगत दो दिनों से जिले में हो रही लगातार वर्षा को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा स्वयं हर घटनाओं पर अपनी पैनी नजर बनाए रखी है। जिलाधिकारी द्वारा लगातार सभी उपजिलाधिकारियों व सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली जा रही है। साथ ही सड़क मार्ग बंद होने पर उसे तत्काल खोले जाने की भी कार्यवाही सड़क निर्माण विभाग द्वारा की जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा सभी उपजिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर सभी तहसील क्षेत्रों में हो रही वर्षा को देखते हुए की जा रही कार्यवाही की जानकारी लेते हुए अलर्ट रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा सभी तहसील स्तर कोरोना संक्रमण के नियंत्रण हेतु किए जा रहे सैम्पलिंग व वैक्सीनेशन कार्य की भी जानकारी ली गई। गुरुवार को वर्चुअल बैठक के माध्यम से जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार वर्षा के कारण जो भी सड़क मार्ग बंद हो रहे हैं उन्हें तत्काल खोला जाय। उपजिलाधिकारी स्वयं सड़क निर्माण विभागों के साथ सम्पर्क में रहते हुए समन्वय स्थापित कर बन्द सड़क मार्गों को खोले इस हेतु बेहतर होमवर्क करलें, ताकि कार्यों को करने में आसानी हो। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी हालत में सड़क मार्ग देर तक बंद न रहें।
जिलाधिकारी ने वर्चुअल बैठक में सभी तहसीलों में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण हेतु जारी सैम्पलिंग कार्य की भी जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार सैम्पलिंग से ही संक्रमण को रोका जा सकता है,जिसके परिणाम लगातार प्राप्त हो रहे हैं संक्रमण व्यक्तियों की संख्या भी घट रही है।प्रत्येक तहसील स्तर पर पर्याप्त रैपिड किट रखी जाए। हर गांव में जाकर सैम्पलिंग की जाय। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को नियमित कोविड केअर सेंटर व कोरन्टीन सेंटरों का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड केअर सेंटर में पीपीई किट पहनकर स्वयं की सुरक्षा रखते हुए वहां जाकर सभी उपजिलाधिकारी भर्ती कोरोना मरीज़ों से भी वार्ता कर उनके स्वास्थ्य का हाल जानें।उन्होंने कहा कि जो कोरोना मरीज अधिक गंभीर है उसे तत्काल मुख्यालय को रैफर करवाएं। वर्चुवल बैठक में अपर जिलाधिकारी आर डी पालीवाल द्वारा भी आवश्यक जानकारी देते हुए निर्देश दिए।

Advertisement
यह भी पढ़ें -  गुलदार के डर से खाली हो गया पूरा गांव, आखिरी परिवार ने भी घर छोड़ा