देहरादून-ऋषिकेश के लोगों को भानियावाला में लगने वाले जाम के झाम से मुक्ति मिलने वाली है। राज्य में बड़ी सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इसी कड़ी में भानियावाला से ऋषिकेश तक की सड़क को फोरलेन बनाने की कवायद शुरू हो गई है। एनएचएआई ने इसका प्रारंभिक सर्वे शुरू कर दिया है। रोड निर्माण के वक्त राजाजी नेशनल पार्क में रह रहे हाथियों का भी खास ख्याल रखा जाएगा। यहां रानीपोखरी और ऋषिकेश के बीच हाथियों के लिए दो अंडर पास बनेंगे। भानियावाला से जौलीग्रांट चौक तक एलिवेटेड हाईवे बनेगा। इसके अलावा सात मोड़ को सीधा करने की भी योजना है। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक सात मोड़ को सीधा करना जरूरी है, क्योंकि यहां वाहनों की आवाजाही में जोखिम बना रहता है। कई बार हादसे भी हो चुके हैं। पहले पीडब्ल्यूडी ने सात मोड़ को सीधा करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब ये काम एनएचएआई कराएगा। इस दौरान पेड़ों को बचाने की पूरी कोशिश की जाएगी।वर्तमान में देहरादून-हरिद्वार हाईवे फोरलेन हो चुका है।
इससे देहरादून से भानियावाला तक पहुंचना बहुत सुविधाजनक हो गया है, लेकिन भानियावाला से ऋषिकेश तक करीब 22 किमी सड़क टू लेन है, जिससे यहां आए दिन जाम लगा रहता है। वर्तमान में सड़क का जिम्मा पीडब्ल्यूडी के पास है, लेकिन अब इसे एनएचएआई को हैंडओवर करने की तैयारी है। इस रोड को अब एनएचएआई फोरलेन में तब्दील करेगा। हालांकि ये इतना आसान भी नहीं है। भानियावाला से जौलीग्रांट तक आबादी क्षेत्र है। चौड़ीकरण की जद में बड़ी तादाद में भवन आ रहे हैं। भवनों को बचाने के लिए यहां एलिवेटेड फ्लाइओवर बनाया जाएगा। रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच सड़क राजाजी पार्क से होकर गुजरती है। जहां हाथियों के कॉरिडोर हैं। सड़क की वजह से हाथियों का रास्ता बाधित हो रहा है। हाथी के हमले में कई लोगों की जान भी जा चुकी है। इस समस्या के समाधान के तौर पर यहां दो जगहों पर एलिवेटेड फ्लाइओवर के साथ अंडरपास बनाया जाएगा। योजना के धरातल पर उतरने के बाद ऋषिकेश से भानियावाला तक सफर काफी सुगम हो जाएगा। लोगों के समय की भी बचत होगी।