उत्तराखंड में पांच में तीन लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली है। इतना ही नहीं पार्टी ने गढ़वाल संसदीय सीट पर टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे मनीष खंडूड़ी को भाजपा में शामिल करा कर कांग्रेस को झटका दिया है। मनीष पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी (सेनि) के बेटे हैं। उधर, कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाई है।
टिकट के 44 दावेदारों में से जो 16 नाम छांटे थे उनमें गढ़वाल सीट की सूची में मनीष खंडूड़ी का नाम सबसे ऊपर था। भाजपा ने टिहरी, अल्मोड़ा -पिथौरागढ़ और नैनीताल -ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट से प्रत्याशी रिपीट किए हैं। पार्टी ने टिहरी गढ़वाल सीट से माला राज्य लक्ष्मी शाह पर दांव लगाया।
अजय भट्ट पर लगातार दूसरी बार भरोसा जताया
पार्टी एक बार फिर से टिहरी राजघराने का तिलिस्म तोड़ने का साहस नहीं कर पाई। एक उपचुनाव को जोड़कर माला चौथा लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रचार मैदान में उत्तर चुकी हैं। टिहरी सीट राजपरिवार के कब्जे में अब तक 11 बार आ चुकी है। अल्मोड़ा में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा को उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि नैनीताल से केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट पर लगातार दूसरी बार भरोसा जताया गया है।
प्रत्याशी घोषित करने के साथ पार्टी ने तीनों सीटों पर लाभार्थी सम्मेलनों व रैलियों के जरिये प्रचार भी शुरू कर दिया है। टिहरी सीट पर प्रचार की रणनीति बनाने के लिए प्रदेश चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कई बैठकें लीं। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी तीनों सीटों पर लाभार्थी सम्मेलनों के जरिये पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने पहुंचे। अगले कुछ दिनों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उत्तराखंड के दौरे पर आ सकते हैं।
हरिद्वार व गढ़वाल सीट पर प्रत्यशियों की घोषणा शीघ्र
भाजपा हरिद्वार और गढ़वाल संसदीय सीट से प्रत्याशियों की घोषणा शीघ्र कर सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति में पांचों सीटों पर पैनल में शामिल नामों पर पहले ही चर्चा हो चुकी है। अब सिर्फ घोषणा होना बाकी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि पार्टी ने पांचों सीटों पर प्रचार तेज कर दिया। प्रत्याशी जो भी होंगे, उनकी प्रचंड जीत के लिए कार्यकर्ता जी जान से जुट गए हैं।