कॉलेजों में रोजगार परक शिक्षा के विषय भी संचालित किये जाने के दिये निर्देश।
शिक्षा की गुणवत्ता पर दिया जाए विशेष ध्यान।
नई शिक्षा नीति के अनुरूप प्रदेश में सुनिश्चित की जाए प्रभावी व्यवस्था।
छात्रों की आवश्यकता एवं मांग के अनुरूप हो विषयों का चयन।
छात्रों को कम्प्यूटर शिक्षा विषय के रूप में पढ़ाये जाने के साथ ही उद्योगों के अनुकूल व्यावसायिक शिक्षा की जाय व्यवस्था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए महाविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के साथ ही छात्रों के व्यापक हित में महाविद्यालयों में रोजगार परक विषयों की पढ़ाई पर भी ध्यान देने को कहा है। बैठक में राज्य के विभिन्न विकासखण्डों में महाविद्यालयों की स्थापना, पूर्व में स्थापित महाविद्यालयों का उच्चीकरण एवं नये विषयों खोले जाने तथा शिक्षकों के पदों के सृजन पर विस्तार से चर्चा की गई।
उच्च शिक्षा विभाग की इस समीक्षा बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, आनन्द बर्द्धन, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव अरविन्द सिहं ह्यांकी, बी षणमुगम, दिपेन्द्र चौधरी, अपर सचिव एम.एम सेमवाल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिये कि महाविद्यालयों में शिक्षा का अनुकूल वातावरण के सृजन के साथ छात्रों की आवश्यकता एवं मांग के अनुरूप विषयों के चयन पर ध्यान दिया जाए उन्होंने छात्रों को कम्प्यूटर शिक्षा विषय के रूप में पढ़ाये जाने तथा उद्योगों के अनुकूल व्यावसायिक शिक्षा से संबंधित प्रशिक्षण की व्यवस्था पर भी ध्यान देने को कहा।
इस अवसर पर निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. पी.के. पाठक द्वारा प्रदेश में उच्च शिक्षा से संबंधित क्रियाकलापों एवं व्यवस्थाओं का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी गई।