चमोली। जोशीमठ में हो रहे हैं भू- धंसाव की वजह से घरों में दरारों के दृष्टिगत एसडीआरएफ टीमें अलर्ट मोड पर है। पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल के दिशा निर्देशन में एसडीआरएफ की आठ टीमों को प्रथम चरण में जोशीमठ में तैनात किया गया है।
एसडीआरएफ की यह टीमें अन्य इकाईयों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जहां एक ओर भूधंसाव वाले क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रही है वहीं दूसरी ओर दिन- रात प्रभावित क्षेत्रों में कड़ी नजर रखते हुए प्रभावित लोगों का मनोबल बढ़ाने में भी प्रयासरत है।
सेनानायक एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा द्वारा स्वयं मौके पर पहुंचकर सम्पूर्ण स्थिति का जायज़ा लिया गया व जोशीमठ में ही कैम्प कर ग्राउंड जीरो पर एसडीआरएफ की कमान संभाली जा रही है। वस्तुस्थिति देखने के उपरान्त स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल SDRF टीमों को प्रभावित क्षेत्र में दिन के साथ साथ रात्रि में भी कड़ी निगरानी रखने हेतु निर्देशित किया गया।
जिसके अनुपालन में रात्रि में भी SDRF टीमों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावी गश्त के माध्यम से निगरानी करते हुए स्थिति पर नजर रखी जा रही है और आकस्मिक स्थिति होने पर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने में सहायता भी प्रदान की जा रही है। साथ ही वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट से SDRF की अतिरिक्त टीमें मय आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों के जोशीमठ में प्रभावित क्षेत्र पहुंच गई है,जिससे किसी भी आकस्मिक स्थिति में कम से कम समय में त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके।
इसके साथ ही आसपास की अन्य पोस्टों पर भी एसडीआरएफ के जवानों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं , ताकि किसी भी अकस्मात स्थिति के उतपन्न होने पर सभी टीमें कम से कम समय मे त्वरित राहत और बचाव कार्य कर सके।
वाहिनीं मुख्यालय, जॉलीग्रांट में भी समस्त फ़ोर्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है। किसी भी प्रकार के बैक अप की आवश्यकता पड़ने पर टीमें त्वरित रिस्पांस हेतु पूर्णतः तैयारी हालत में है। समस्त रेस्क्यू उपकरणों की भी क्रियाशीलता को जांचकर तैयारी हालत में रखा गया है।
एसडीआरएफ कंट्रोल रूम भी हाई अलर्ट पर है व समस्त स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि समस्त सूचनाओं का आदान प्रदान त्वरित हो व प्रत्येक सूचना को गम्भीरता से लिया जाए और किसी भी अकस्मात स्थिति पर त्वरित रिस्पांस सुनिश्चित किया जाए।