, बांदा : मंडल कारागार में बंद पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई। जेल प्रशासन ने कड़ी निगरानी में मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां उसने डॉक्टरों से बताया कि उसके पेट में कुछ दिनों से तकलीफ है। गैस पास होने में दिक्कत हो रही है।
मामले की जानकारी होने पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी अंकुर अग्रवाल समेत प्रशासनिक अमला व अन्य पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति की जानकारी की। मुख्तार का कड़ी निगरानी के बीच उपचार चल रहा है। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कौशल ने बताया कि मरीज ने पिछले चार-पांच दिनों से पेट में दर्द व गैस पास न होने की शिकायत बताई है। डॉक्टरों की देखरेख में उपचार हो रहा है। स्थिति सामान्य बनी है।
की ओर से जेल अधिकारियों पर कई आरोप लगाए गए। कुछ रोज पहले बाराबंकी और मऊ कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से हुई पेशी में मुख्तार ने खाने में जहर देकर मारने के प्रयास की शिकायत की थी।
खाने में विषाक्त पदार्थ देने का लगाया था आरोप
बीते दिनों मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने मुख्तार की ओर से जज कमलकांत श्रीवास्तव को प्रार्थना पत्र देकर बांदा जेल में जान का खतरा बताया था। बांदा जेल के डिप्टी जेलर ने पेश होकर मुख्तार के बीमार होने की जानकारी दी। जज को दिए गए प्रार्थना पत्र में लिखा था कि 19 मार्च 2024 को उन्हें (मुख्तार अंसारी को) जो भोजन दिया गया उसमें कोई विषाक्त पदार्थ था, जिसके खाने से वह गंभीर बीमार हो गए। हाथ-पैर की नसों में बहुत दर्द है। हाथ-पैर ठंडे पड़ रहे हैं।
‘कोई भी अनहोनी हो सकती है’
प्रार्थना पत्र में यह भी लिखा गया था कि 40 दिन पहले खाने में किसी प्रकार का कोई धीमा जहर दिया गया, जिसके चलते खाना चखने वाले जेल स्टाफ की भी तबीयत खराब हो गई थी। बांदा कारागार में जान का खतरा हो गया है। कोई भी अनहोनी हो सकती है। 19 मार्च को फिर खाने में जहर दिया जाना किसी साजिश का हिस्सा है। इसलिए मेडिकल बोर्ड का गठन कराकर इलाज कराया जाए।