पाकिस्तान में अरबी भाषा का प्रिंट हुआ कुर्ता पहनकर बाहर निकलना एक महिला को भारी पड़ गया। वह अपने पति के साथ एक रेस्टोरेंट में गई थी। जहां कुछ लोग महिला पर ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे। यह मामला सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। बता दें कि ईशनिंदा का मतलब किसी धर्म या मजहब की आस्था का मजाक बनाना माता जाता है। इन लोगों को महिला के कुर्ते पर अरबी भाणा लिखे होने से ऐतराज था, जिसे लोग कुरान की आयतें भी समझ रहे थे। हालांकि मामला पुलिस को बुलाने के बाद शांत हुआ।
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला के कुछ लोगों ने घेरा हुआ है, वे नारे लगा रहे हैं और महिला अपने हाथों से अपना चेहरा छिपा रही है। हालांकि समय रहते इलाके की एएसपी सैयदा शहरबानो नकवी मौके पर पहुंच गई और महिला को भीड़ के बीच से निकालकर उसे थाने ले आई।
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पजांब की पिलस ने कहा, गुलबर्ग लाहौर की बहादुर एसडीपीओ एएसपी सैयदा शहरबानो नकवी ने एक महिला को हिंसक भीड़ से बाचाने के लिए अपनी जान खतरे में डाल दी। इस साहसिक कार्य के लिए, पंजाब पुलिस ने प्रतिष्ठित कायद-ए-आजम पुलिस पदक (क्यूपीएम) के लिए उनके नाम की सिफारिश की है, जो पाकिस्तान में कानून प्रवर्तन के लिए सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है।’
महिला ने मांगी माफी
वहीं महिला ने गलती नहीं होने के बावजूद घटना के लिए माफी मांगी। ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में, महिला को यह कहते हुए सुना गया, मुझे कुर्ता अच्छा लगा था इसलिए खरीदा था। सोचा नहीं था कि लोग इस तरह सोचेंगे। कुरान का अपमान करने का मेरा कोई इरादा नहीं था। मैं इस घटना के लिए माफी मांगती हूं