पंखुड़ियाँ-2023 (सीजन-13 सांस्कृतिक महोत्सव व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले 24 व 25 दिसंबर को आदर्श प्राथमिक पाठशाला(श्रीरामलीला मैदान) मेन चौराहा हल्दूचौड़ में प्रातः 10 बजे से होगा।

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हल्दूचौड़।
उत्तराखंड की सबसे अग्रणी संस्था पंखुड़ियाँ द्वारा आयोजित पंखुड़ियाँ-2023(सीजन-13) सांस्कृतिक महोत्सव व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले 24 दिसम्बर(रविवार) व 25 दिसम्बर(सोमवार) को प्रातः 10 बजे से आदर्श प्राथमिक पाठशाला(श्रीरामलीला मैदान) मेन चौराहा, नेशनल हाइवे में हल्दूचौड़ में होगा।
उक्त जानकारी देते हुए पंखुड़ियाँ सांस्कृतिक, पर्यावरण एवं दिव्यांग कल्याण समिति के संस्थापक/अध्यक्ष रिम्पी बिष्ट ने दी। उन्होंने बताया पंखुड़ियाँ संस्था क्षेत्र के उदयीमान कलाकारों की छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारने रही है, इसके अतिरिक्त पंखुड़ियाँ संस्था निरंतर 13 वर्ष से समाजसेवा सांस्कृतिक, स्पोर्ट्स, शिक्षा, चिकित्सा, मोटिवेशनल, कैरियर काउंसलिंग, रक्तदान, नारी शक्ति सम्मान समारोह, सिंगल यूज प्लास्टिक उन्मूलन, कपड़े के बैग वितरण, नशा के खिलाफ अभियान, पौधा रोपण, पौधा वितरण, बाल अपराध, गौरैया संरक्षण, स्कूली बैग वितरण, निःशुल्क मार्शल आर्ट शिविर, चिकित्सा शिविर, नेत्र जांच परीक्षण शिविर, चश्मा वितरण, आयुष्मान कार्ड शिविर, आधार कार्ड कैम्प, ड़ेंगू व मलेरिया के पत्रक वितरण, स्वच्छता अभियान, कोरोना काल मे जरूरतमंदों को राशन वितरण, सेनेटाइजर, मास्क वितरण, सेनेटाइजर छिड़काव, हिंदी दिवस पर भाषण प्रतियोगिता, साबुन वितरण, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली होम्योपैथिक दवा वितरण, नवचेतना सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या, कविता, वाद विवाद, ह्यूमन राइट एवं सामाजिक न्याय पर वर्कशॉप, वस्त्र दान, सेलेब्रिटियों के इंटरव्यू, जीना इसी का नाम है, ऑनलाइन विभिन्न प्रतियोगिताएं, हरेला प्रतियोगिता, पोस्टर, भाषण प्रतियोगिता, सुपर मॉम प्रतियोगिता, योगा प्रतियोगिता, सुपर लिटिल मॉडल, सिंगिंग स्टार, लिटिल चैम्प, कुमाउनी नृत्य प्रतियोगिता, पहाड़ी टोपी प्रतियोगिता, निर्धन कन्याओं के विवाह में सहयोग, निर्धन व दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न कार्यक्रम करती आ रही है, जिसमे क्षेत्र के सांस्कृतिक व सामाजिक विकास के लिए उत्तराखंड का सबसे बड़ा राज्य स्तरीय सांस्कृतिक महोत्सव व विराट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे उत्तराखंड के अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र व पंजाब के प्रतिभागी भी अपने हुनर का जलवा दिखाते है, जिसका ऑडिशन में चयन होने के बाद सीधे ग्रांड फिनाले के महामुकाबले में महा संग्राम होता है, जहां विजेताओं को नकद पुरस्कार, ट्रॉफी, प्रमाण पत्र व आकर्षक पुरुस्कार भी मिलते है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का प्रतिभागी साल भर बेसब्री से इंतजार करते है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में उत्तराखंड की संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए मिस एन्ड मिसेज कुमाऊ(मॉडलिंग) प्रतियोगिता का मनमोहक आकर्षक आयोजन होता है, जबकि वॉइस ऑफ उत्तराखंड में सिंगिंग प्रतियोगिता के माध्यम से उत्तराखंड की सिंगिंग आइकॉन बनने का सुनहरा अवसर मिलता है, जबकि नृत्य के हुनरबाजो के लिए उत्तराखंड बेस्ट डांसर का सर्वश्रेष्ठ टाइटल बहुप्रतीक्षित रहता है, जिसमे बॉलीवुड, सेमी क्लासिकल, क्लासिकल, अरबन, कॉन्टेम्बरी, फ्री स्टाइल, पंजाबी, राजस्थानी व उत्तराखंडी नृत्य होता है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में तटस्थ निर्णायक अपने अनुभव से पारदर्शी निर्णय देते है, जिसका सभी प्रतिभागी पूरा सम्मान करते है, और हर वर्ष पुनः प्रतिभाग करने के लिए उतावले रहते है, तथा हर वर्ष दिसम्बर में पूरे उत्साह व रोमांच से टकटकी लगाए रहते है। उन्होंने बताया कि इस बार 6 वर्ष से 13 वर्ष तक के बच्चों के लिए किड्स रैम्प वॉक शो भी किया जा रहा है, तो वहीं गोल्डी मेहंदी क्वीन प्रतियोगिता भी होगी।
यहां कार्यक्रम अधिकारी प्रियंका गोस्वामी ने बताया कि पंखुड़ियाँ संस्था द्वारा आयोजित मिस एन्ड मिसेज कुमाऊ प्रतियोगिता राज्य का सबसे आकर्षण का केंद्र बिंदु होती है, जिसमे दूर दराज के जनपद के दर्शक भी पूरे स्नेह, उत्साह व रोमांच के साथ सहभागिता करते है।
इस अवसर पर संस्था उपाध्यक्ष योगेश बुधलकोटी, दीप्ति जोशी, सचिव सुमित बिष्ट, पूजा जोशी, नवनीत चौहान, कौस्तुभ चंदोला, हरेन्द्र असगोला, पवन पाठक, मुस्कान बिष्ट, राहुल बिष्ट, पारस काण्डपाल, मनीष गोस्वामी, डॉली अग्रवाल, गंगा राणा, राजेन्द्र प्रसाद, पंकज गोस्वामी, मेघा त्रिपाठी, प्रकाश तिवारी, नेहा बिष्ट, आयुषी तिवारी उपस्तिथ थे।

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