उत्तराखंड एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त टीम ने वाइल्ड लाइफ क्षेत्र से 4 किग्रा 700 ग्राम पैंगोलिन शल्क के साथ दो वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया है।
उत्तराखंड एसटीएफ की टीम द्वारा तराई पूर्वी वन-प्रभाग सुरई वन क्षेत्र की टीम के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही कर खटीमा- पूरनपुर मार्ग स्थित सुरई पुल के पास से 02 शातिर वन्यजीव तस्कर आशाराम पुत्र लालता प्रसाद व नन्हे लाल पुत्र होरी लाल निवासीगण माधोटाण्डा जनपद पीलीभीत, यूपी को गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से 04 किग्रा 700 ग्राम पैंगोलिन शल्क बरामद हुआ है।
गिरफ्तार दोनों तस्करों ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया कि इस पैंगोलिन का शिकार उन्होंने इसी वर्ष मार्च महीने में महूफ रेंज माधोटाँडा,पीलीभीत के जंगल से किया था, जिसे आज बेचने के लिए नेपाल ले जा रहे थे। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।
दोनों पकड़े गये तस्करों के विरुद्ध तराई पूर्वी वन प्रभाग सुरई रेंज में अन्तर्गत धारा 9/38/48 क/50/51 जीव जंतु संरक्षण अधिनियम में पंजीकृत कराया गया। अभियुक्तों से पेंगोलिन तस्करी के सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि एसटीएफ को पिछले कई दिनों से कुमायूँ के जंगलों से वन्यजीव-जन्तुओं के अवैध शिकार की सूचनाएँ प्राप्त हो रही थी जिस पर कुमायूँ युनिट को लगाया गया था। आज हमारी टीम के द्वारा खटीमा फोरेस्ट टीम के साथ एक ज्वांइट ऑपरेशन चलाकर 02 वन्यजीव तस्करों को भारी मात्रा में पैंगोलिन शल्क के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इनके द्वारा माधोटाण्डा, पीलीभीत के जंगल से इस पैंगोलिन का शिकार किया था, और उसके शल्क को निकालकर बेचने के लिए छिपाकर रख दिया था। जिसे आज ये लोग तस्करी कर नेपाल के लिए ले जा रहे थे।
एसएसपी एसटीएफ ने जनता से अपील की है कि वह वन्यजीवों की तस्करी करने वाले तस्करों के विरूद्व कार्यवाही हेतु तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखण्ड (0135-2656202) से सम्पर्क करें। अभी 19 फरवरी को विश्व भर में पैंगोलिन डे बनाया गया था क्योंकि हर वर्ष फरवरी के तीसरे शनिवार को पैंगोलिन दिवस मनाया जाता है, पैंगोलिन को शेड्यूल वन की श्रेणी में रखा गया है क्योंकि यह सीधा-साधा दुर्लभ जीव है। उत्तराखंड एसटीएफ आगे भी वन्यजीव तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही करती रहेगी, ताकि सीधे-साधे व बेजुबान जानवरों के शिकार पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।