हल्द्वानी – प्रदेश के शहरी विकास एवं जनपद कोविड प्रभारी मंत्री श्री बंशीधर भगत एवं मेयर डा0 जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला ने बुधवार की सांय राजकीय मेडिकल कालेज परिसर मे डीआरडीओ द्वारा बनाये जा रहे 500 बैड के फ्रैब्रीकेटेड चिकित्सालय निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। डीआरडीओ के कर्नल अत्रे ने फैब्रीकेटेड चिकित्सालय निर्माण के बारे में विस्तृत जानकारी श्री भगत को दी। उन्होने बताया कि इस 500 बैड के इस फैब्रीकेटेड कोविड चिकित्सालय में 125 वेंटिलेटर भी बनाये जायेंगे। श्री भगत ने निर्देश देते हुये कहा कि यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है इस फै्रबीकेटेड चिकित्सालय के संचालित होने से जनपद के ही नही बल्कि पूरे कुमाऊ के कोविड मरीजों को लाभ मिलेगा, इसलिए सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारी चिकित्सालय निर्माण एवं व्यवस्थाओं में प्राथमिकता से सहयोग करें तथा निरंतर आपसी समन्वय बनाकर निर्माण कार्य एवं व्यवस्थायें शीघ्र सुनिश्चित करें।
श्री भगत ने डीआरडीओ के अधिकारियों से चिकित्सालय निर्माण की विस्तृत जानकारी लेते हुये आगामी 25 मई 2021 तक चिकित्सालय को संचालित करने के निर्देश दिये जिस पर डीआरडीओ के अधिकारियो ने शहरी विकास मंत्री को 25 मई तक चिकित्सालय का निर्माण पूर्ण कर संचालित करने हेतु आश्वस्त किया। उन्होने फे्रबीकेटेड चिकित्सालय निर्माण मे लगे डीआरडीओ के अधिकारियों एव अन्य व्यवस्थाओं मे लगे सभी अधिकारियों की पीठ थपथपाते हुये उनके त्वरित कार्य करने पर उनको बधाईयां भी दी। उन्होेने अधिशासी अभियन्ता लोनिवि को चिकित्सालय के चारों ओर सडक शीघ्र सडक निर्माण के साथ ही पेयजल विभाग को सुचारू पेयजल व्यवस्थायें कराने के निर्देश भी मौके पर दिये। उन्होने प्राचार्य डा0 भैसोडा को फैबीके्रटेड चिकित्सालय संचालन हेतु स्टाफ की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
इससे पूर्व काबिना मंत्री श्री भगत व महापौर ने छडायल मे स्थित अग्रवाल आक्सीजन प्लान्ट का निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान उन्होने आक्सीजन प्लांट स्वामी अतुल अग्रवाल से कहा कि वे प्लान्ट की पूर्ण क्षमता से कार्य करें तथा मंाग अनुसार आक्सीजन की आपूर्ति करें। उन्होने कहा कि प्रत्येक आक्सीजन सिलेन्डर व वितरित करने वाले वाहनों का पूर्ण रूप से सेनिटाइज करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि आक्सीजन को मांग के अनुसार दें तथा कालाबाजारी पर रोक लगायें।
सीएस मर्तोलिया, प्राचार्य मेडिकल कालेज डा0 सीपी भैसोडा, उपजिलाधिकारी विवेक राय, लोनिवि, जलसंस्थान सहित डीआरडीओ के अनेक अधिकारी मौजूद थे।