राज्य के पिथौरागढ़ जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहां पर पिछले दो दिनों में सबसे ज्यादा नुकसान बरसात की वजह से सीमांत पिथौरागढ़ जिले में हुआ है जहां चीन सीमा से लगे 80 गांव अलग-थलग पड़ चुके हैं और पिथौरागढ़ जिले का संपर्क भी कट चुका है जगह-जगह सड़कों में लेंस लाइट और नदियों के कटाव के चलते सड़कें भी जमींदोज हो चुकी हैं।पिथौरागढ़ में टनकपुर तवाघाट एनएच कई जगह मलवा आने से फिर से बंद हो गया है जिले में काली और गोरी नदी में जलस्तर लगातार बढ़ने से भयावह स्थिति हो गई है उधर गोरी नदी के कटाव ने कई सड़कों को जमींदोज कर दिया कई घर बर्बाद कर दिए मुनस्यारी के भदेली बगड़ में दुकान और मकान बह गए हैं नदी के कटाव से लगातार हो रहे नुकसान को देखते हुए लोगों ने मकान छोड़कर ऊंचाई वाले स्थानों पर शरण ली है और जानवरों को जंगलों की तरफ छोड़ दिया है।
वहीं दूसरी तरफ बंगापानी के छोरी बगड़ में सुरक्षा दीवार ढह गई है जौलजीबी- मुनस्यारी मार्ग और थल -मुंसियारी मार्ग भी बंद हो गया है। जिसके चलते सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी और बंगापानी तहसीलों का जिला मुख्यालय से भी संपर्क टूट गया है। वही मुंसियारी में दरकोट- मिलन मार्ग भी बंद है लिहाजा चीन सीमा से लगे 80 से अधिक गांवों का संपर्क भी टूटा हुआ है। इसके अलावा लगातार पिथौरागढ़ से आने वाली तस्वीरें डराने वाली है।