उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर राज्य भर में गुमशुदा लोगों की तलाश के लिए 15 सितंबर से “ऑपरेशन स्माईल” अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अभी तक कइयों के चेहरे पर मुस्कान लौट चुकी है। ये अभियान पौड़ी में भी कारगार साबित हो रहा है। बता दें कि पौड़ी एसएसपी कु पी. रेणुका देवी के निर्देश पर जिले में भी चलाया जा रहा है। एसएसपी के निर्देश पर ऑपरेशन स्माईल टीमें गुमशुदा लोगों की तलाश में जुटी है। पुलिस अब तक कइयों के चेहरे पर मुस्कान ला चुकी है और ये अभियान जारी है. इसी अभियान के तहत पुलिस ने आज एक बौद्धिक दिव्यांग युवा विजय सूर्यवंशी (उम्र 25 वर्ष) पुत्र रतनलाल निवासी इंद्रा एकता नगर, थाना आज़ाद नगर, जनपद इंदौर, मध्य प्रदेश जो श्री सत्य साई आश्रम, देहरादून में लावारिश में दाखिल था।ऑपरेशन स्माइल टीम ने गुमशुदा बौद्धिक दिव्यांग युवा का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर उसके परिजनों की तलाश के लिए अपना मोबाइल नम्बर शेयर किया था। मध्य प्रदेश के पंकज कुमार मारू, जो एक स्नेह नाम की संस्था से जुड़े हुए हैं, का फोन आया कि आपके द्वारा जो बौद्धिक दिव्यांग बालक का वीडियो शेयर किया गया है।
यह बालक पहले हमारी संस्था स्नेह में आता था। जिसको मैंने पहचान लिया है और इसके पिताजी और अन्य परिजन के द्वारा भी इसकी पहचान कर ली गयी है।पंकज कुमार मारू ने अपने फ़ोन से कॉन्फ्रेन्स कॉल कराई तो बौद्धिक दिव्यांग के पिता रतन लाल ने बताया कि मेरे दो बेटे हैं, ये उनमें से मेरा छोटा बेटा विजय है। जो मानसिक रूप से कमजोर है। जिसको मेरे बड़े भाई नंदकिशोर ने बचपन में ही गोद ले लिया था। विजय 7 नंवबर 2016 को मानसिक चिकित्सालय, बाणगंगा, इंदौर से लापता हो गया था। जिसको हमने काफी तलाश किया परन्तु आज तक नहीं मिला था।जनपद की ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा बौद्धिक दिव्यांग युवा विजय सूर्यवंशी सकुशल इसके परिजनों को सुपुर्द किया गया। बौद्धिक दिव्यांग अपने पिता से मिलकर बहुत खुश हुआ और बार-बार पापा-पापा और मम्मी-मम्मी ही बोलता रहा। उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा दिव्यांग के परिजनों को अपने घर परिवार में ठहराकर हर संभव मदद की गई। बालक के परिजनों द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
पुलिस टीम
- उप निरीक्षक (विशेष श्रेणी) कृपाल सिंह
- आरक्षी मुकेश कुमार