उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर क्षेत्र में परिवहन निगम के महाप्रबंधक प्रशासन और महाप्रबंधक संचालन ने रोडवेज डिपो में कार्यशाला, शौचालय, कक्षों, संचालन कक्ष आदि का निरीक्षण किया। वाहनों के संचालन संबंधी दस्तावेज, वाहनों के आवागमन, कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर, दस्तावेजों का रखरखाव आदि का अवलोकन किया, लेकिन दोनों अधिकारियों को डिपो में कोई कमी नजर नहीं आई।इसके बाद डिपो प्रबंधन और कर्मियों से बेतहर संचालन, सुविधा दुरस्त करने आदि के बारे में सुझाव लिए। प्रभारी एआरएम महेंद्र कुमार ने कहा कि डिपो की कार्यशाला में करीब 39 निगम की बसों का बेड़ा है।
जहां से बसें प्रतिदिन हरिद्वार, देहरादून, दिल्ली, हल्द्वानी, टनकपुर, चंडीगढ, बरेली, लखनऊ आदि मार्गो पर संचालित होती है। जिससे डिपो को करीब साढ़े पांच लाख तक आय पहुंच रही है। जिस पर जीएम ने डिपो की आय बढाने, लोड फेक्टर बढाने, बसों की समय से मरम्मत कराने, यात्रियों को बेहतर सुविधा देने आदि आवश्यक निर्देश दिए।वर्षो से रोडवेज की कार्यशाला में बसों के पार्टस की कमियों के बारे में पूछने पर जीएम ने निगम घाटे में चलने की बात कही। निगम के पास पैसा नहीं होने की बात कर सवाल को अंतिम रूप दे डाला। पेयजल समस्या और बार-बार रोडवेज डिपो को स्थानांतरित करने की बात पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।