उत्तराखंड में कर्मचारी राज्य बीमा योजना ईएसआई की डिस्पेंसरी में उपनल और पीआरडी सहित अन्य आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से लगे हुए 121 कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर देने के बाद हड़कंप मच गया है। प्रदेश के 6 जिलों की 30 ईएसआई डिस्पेंसरी में काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है, बताया जा रहा है कि इन कर्मचारियों के सेवा विस्तार की शासन स्तर से मंजूरी नहीं मिल पाई है।
दरअसल पूरे राज्य में 659000 श्रमिक इन ईएसआई डिस्पेंसरी से जुड़े हैं, जबकि 5000 कर्मचारी रोज ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं। जानकारी के मुताबिक कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत राज्य में कुल 428 पद स्वीकृत हैं। इनके सापेक्ष 133 नियमित और 121 कर्मचारी आउट सोर्स पर तैनात थे। यह आउट सोर्स कर्मचारी सीधी भर्ती के पदों पर तैनाती इन कर्मचारियों के सेवा विस्तार देने के लिए निदेशालय से शासन को प्रस्ताव भेजा गया। शासन स्तर से कार्मिक विभाग के नियमों का हवाला देते हुए सेवा विस्तार को मंजूरी नहीं दी गई । जिससे यहां काम करने वाले सभी कर्मियों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त हो गई जिससे ईएसआई डिस्पेंसरी से जुड़े लाखों श्रमिकों का इलाज लटक गया है।