पांच महीने से बंद पड़ी सड़क को बार-बार गुहार लगाने के बाद भी जब प्रशासन ने नहीं खुलवाया तो युवाओं ने खुद इसे खोलने की ठान ली। क्वीरिजिमिया के युवाओं ने हाथों में गेंती, बेलचे उठाकर खुद ही सड़क को खुलवा दिया।
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पांच महीने से बंद सड़क को युवाओं मे खुद ही खोला
जहां एक ओर प्रदेश में विकास के दावे किए जा रहे हैं। तो वहीं पहाड़ों पर अक्सर ये दावे फेल होते नजर आते हैं। पिथौरागढ़ में पांच महीने से बंद सड़क को खुलवाने के लिए लोगों ने कई बार गुहार लगाई। जब शासन-प्रशासन ने सड़क को नहीं खोला तो मजबूर होकर युवाओं ने खुद ही फावड़ा उठा लिया। जिसके बाद ये सड़क खुल पाई और मानसूनकाल से फंसे पांच वाहन तहसील मुख्यालय आ पाए।
गुहार लगाने पर भी प्रशासन ने नहीं दिया ध्यान
बता दें कि पिथौरागढ़ में चिलमधार से क्वीरिजिमिया पांच किमी निर्माणाधीन मोटर मार्ग मानसून काल बारिश के कारण में कई स्थानों पर धवस्त हो गया था। लोग मार्ग बंद होने के पांच महीने के बाद भी बार-बार शासन-प्रशासन से इसको खुलवाने की गुहार लगाते रहे लेकिन इस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया।
लोगों को करना पड़ रहा था दिक्कतों का सामना
सड़क के बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। चार महीने से लोगों को रसोई गैस, राशन से लेकर रोजमर्रा के सामान को अपनी पीठ पर ढोकर ले जाना पड़ रहा था। इसके साथ ही इस मार्ग के मलबे के कारण गांव को जोड़ने वाला पैदल मार्ग भी ध्वस्त हो गया था।
सरकार ने नहीं सुनी तो लोगों ने खुद बनाया अपना रास्ता
ग्रामीण लगातार प्रशासन और लोनिवि ने सड़क को ठीक करने और सड़क के मलबे को हटाने की मांग कर रहे थे। जिस से पैदल मार्ग खुल पाए। लेकिन जब शासन-प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा था।
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सड़क बंद होने के कारण लोग अपनी राजमा की फसल को बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे थे। जिस कारण लोगों ने खुद ही सड़क को खोलने की सोची और युवाओं ने मिलकर ये कर भी दिखाया।