उत्तराखंड विधानसभा का सत्र 5 दिसंबर तक चलना था विधानसभा सत्र लेकिन धामी सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर दो दिनों में ही समेट दिया विधानसभा सत्र.देवभूमि उत्तराखंड के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है डबल इंजन की सरकार कहकर केंद्र और राज्य में बैठे मुख्यमंत्री और केंद्र में बैठे प्रधानमंत्री मातृ प्रचार मंत्री बन कर रह गए एक तरफ प्रधानमंत्री जी गुजरात चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं दूसरी तरफ उत्तराखंड के तथाकथित धाकड़ कहे जाने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर धामी दिल्ली चुनाव में व्यस्त हैं प्रदेश की कोई चिंता ही ना हो डबल इंजन और धाकड़ धामी कहकर प्रदेश की ऐसी दशा बना दी गई है कि स्कूल पढ़ने वाले बच्चों के हाथ में तमंचे आ गए हैं नशे में डूब रहा है उत्तराखंड का युवा सीबीआई जांच इसलिए भी संभव नहीं हो पा रही है क्योंकि इसमें सम्मिलित सभी अपराधी भाजपा के हैं.