आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दौरे को चुनावी दौरा बताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी से उत्तराखंड की जनता की तरफ से पांच सवाल पूछे हैं।
यूं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धार्मिक यात्रा पर केदारनाथ आए थे, लेकिन श्री केदारनाथ धाम के प्रागंण से दिए गए उनके भाषण से ऐसा लगा मानो वे चुनावी यात्रा पर आए हों, लिहाजा उत्तराखंड की जनता की तरफ से उनसे उनसे कुछ सवाल बनते हैं। कर्नल कोठियाल ने पूछा कि जिन तीर्थ पुरोहितों के समर्पण और आस्था की बात आपने अपने भाषण में कही, उनको सराहा फिर उनके अधिकारों पर चोट करने वाले देवस्थानम बोर्ड पर आपने कुछ क्यों नहीं कहा?
कर्नल कोठियाल का दूसरा सवाल है कि आपके स्वागत में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत भी थे, जिन्होंने इस बोर्ड को ऐतिहासिक बताते हुए उसका विरोध कर रहे तीर्थ-पुरोहितों को स्वार्थी कहा और तीर्थ पुरोहित लगातार उनका विरोध कर रहे थे। हमारे तीर्थ-पुरोहितों के लिए ऐसे अपमानजनक शब्द कहने वाले की यह भाषा क्या भाजपा की आधिकारिक लाइन है?
तीसरा सवाल पूछते हुए कर्नल कोठियाल ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के विरोध की मुख्य वजह ‘परंपराओं की रक्षा’ है। आज पहली बार मंदिर परिसर के गर्भगृह के अंदर के दृश्यों को कैमरे के जरिए लाइव दिखाकर हजारों साल पुरानी परंपरा तोड़ी गई। क्या पुष्कर धामी सरकार के देवस्थानम बोर्ड द्वारा किया गया यह अपराध आपको स्वीकार्य है।
कर्नल कोठियाल ने ये भी कहा कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री धामी ने बताया था कि उत्तराखंड में आई आपदा के चलते ₹7000 करोड़ का नुकसान हुआ है।
इस बयान के बाद दो बार देश के गृह मंत्री अमित शाह और अब आप उत्तराखंड आकर वापस लौट गए लेकिन राहत पैकेज का ऐलान करना तो दूर, आपने इस आपदा का जिक्र करना तक मुनासिब क्यों नहीं समझा। जबकि मुख्यमंत्री आपदा के नुकसान का कई बार जिक्र कर चुके हैं।
पांचवे और आखिरी सवाल पूछते हुए कर्नल कोठियाल ने कहा कि आज आपने वही चुनावी बातें की जो पांच साल पहले की थी। तब भी आपने पहाड़ के पानी और जवानी को पहाड़ के काम में लाने का भरोसा दिलाया था। आज भी आप इसी नारे को बोलकर चले गए। उत्तराखंड की जनता से आपने एक बार फिर छलावा किया। उन्होंने कहा बीजेपी ने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन आदि क्षेत्रों मे जो चुनावी वादे किए थे, धरातल पर उन वादों की हकीकत क्या है ये जनता जान चुकी है।बता दें कि पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे से पहले कर्नल कोठियाल ने केदारनाथ धाम का दौरा किया था, जहां उन्होंने देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितो से मुलाकात करते हुए कहा था कि सरकार को तुंरत देवस्थानम बोर्ड को भंग करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि आप की सरकार बनते ही हमारी कलम से पहला शब्द देवस्थानम बोर्ड भंग लिखा जाएगा।