टनल हादसा : सुरंग के ऊपर चुनी गई ड्रिलिंग के लिए जगह, 89 मीटर गहराई तक होगी ड्रिल

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उत्तरकाशी में टनल में फंसे हुए मजदूरों को आठ दिन बीत चुके हैं। लेकिन अब तक कोई भी कामयाबी हाथ नहीं लग पाई है। मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए छह प्लान बनाकर उनपर पर काम किया जा रहा है। अब सुरंग के ऊपर से खुदाई के लिए ड्रिलिंग के लिए जगह को चुन ली गई है।


सुरंग के ऊपर चुनी गई ड्रिलिंग के लिए जगह
सिलक्यारा सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग के लिए जगह को चुन लिया गया है। सुरंग के ऊपर 1.2 मीटर डायमीटर की ड्रिल की जाएगी। जिसका मिली जानकारी के मुताबिक सेटअप अगले 24 घंटे में होने की संभावना जताई जा रही है। जिसके बाद दो से तीन दिन में ड्रिल पूरी हो सकेगी।

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89 मीटर गहराई तक होगी ड्रिल
सोमवार को इंटरनेशनल टनलिंग और अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स निरीक्षण के लिए पहुंचे। उन्होंने टनल के ऊपर से ड्रिल के लिए निरीक्षण किया।

जिसके बाद उन्होंने कहा कि यहां पर काफी तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने कहा है कि टनल के अंदर की कंडीशन ठीक है। बता दें कि टनल के ऊपर 320 मीटर दूरी पर टीम ने ड्रिल के लिए जगह चुनी है। यहां से 89 मीटर गहराई तक ड्रिल होगी।

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किसी भी श्रमिक को नहीं पहुंचने देंगे चोट : विशेषज्ञ
इंटरनेशनल टनलिंग और अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए विदेशी विशेषज्ञ की टीम भी सिलक्यारा में मौजूद है। विदेशी विशेषज्ञों का कहना है कि हम जानते हैं अंदर क्या हो रहा किसी भी श्रमिक को चोट नहीं पहुंचने देंगे।रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंचे अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि, “सुरंग के अंदर क्या हो रहा है, इसके बारे में हम जानते हैं। हम उन 41 लोगों को बचा रहे हैं और ऐसा करते समय हम किसी को भी चोट नहीं पहुंचने देंगे।

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