असम की विजिलेंस विभाग की टीम ने सोमवार की सुबह राजस्थान के अजमेर से 105 करोड़ रुपये के घोटाले की आरोपी असम की महिला आईएएस अधिकारी सेवाली देवी शर्मा, उनके ठेकेदार दामाद तथा एक अन्य ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि महिला आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी असम के स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) में 105 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के आरोप में हुई हैं। उक्त तीनों आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अजमेर भाग कर आए थे। लेकिन लोकेशन ट्रेसिंग की मदद से उन्हें असम की विजिलेंस विभाग की टीम ने यहां से गिरफ्तार कर सीजेएम कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया और उन्हें लेकर असम के लिए रवाना हो गई।
बता दें कि रविवार की देर रात्रि इंस्पेक्टर प्रीतम सेकिया के नेतृत्व में असम विजिलेंस विभाग की एक टीम अजमेर पहुंची। और अजमेर कोतवाली पुलिस से संपर्क कर मामले की जानकारी दी। सोमवार की सुबह असम विजिलेंस टीम और कोतवाली थाने के पुलिसकर्मियों ने जयपुर रोड स्थित होटल क्रॉस लेन में छापा मारकर आईएएस सेवाली देवी शर्मा, उनके दामाद अजीत पाल सिंह और राहुल अमीन को गिरफ्तार कर लिया। राहुल और अजीत पाल दोनों ठेकेदारी का कार्य करते हैं।
1992 कैडर की अधिकारी तथा 2017-2020 के बीच एससीईआरटी में रही सेवाली देवी शर्मा पर आरोप है कि उसने सरकार की सहमति के बिना 5 बैंक खाते खोले और कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले कर डाले। इस घोटाले में उसका दामाद भी शामिल है। जानकारी के अनुसार सेवाली देवीने बिना किसी वर्क ऑर्डर के 105 करोड़ रुपये खातों से निकलवा लिए। मामला सामने आने के बाद असम सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। जिसके बाद वह फरार हो गई थी।
वहीं, आईएएस सेवाली देवी शर्मा की गिरफ्तारी के लिए असम का मुख्यमंत्री कार्यालय लगातार मॉनिटरिंग कर रहा था। असम पुलिस लगातार आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर रही थी। अपनी गिरफ्तारी के डर से महिला आईएएस सेवाली देवी अपने ठेकेदार दामाद और ठेकेदार अमीन के साथ शनिवार से अजमेर के क्रॉस लेन होटल में ठहरी थी। जिसके बाद उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया।