मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी ने प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित महिला स्वयं सहायता समूहों से किया वर्चुअल सीधे संवाद

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बुधवार को सूबे के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिह धामी ने प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित महिला स्वयं सहायता समूहों से वर्चुअल सीधे संवाद किया। संवाद कार्यक्रम मे जनपद के तीन समूहों आदर्श महिला कलेस्टर लेबिल फैडरेशन विकास खण्ड कोटाबाग,हाटकालिका समूह पनियाली एवं एकता स्वयं सहायता समूह फत्ताबंगर हल्द्वानी के साथ ही अधिकारियों से वर्चुवल वार्ता की।
वर्चुअल महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि स्वयं सहायता समूहो अच्छा काम कर रही है। जिससे आत्मनिर्भर भारत की कल्पना साकार होगी। उन्होने कहा मातृ शक्ति ने लगन से कार्य किया है यह उत्साह हमेशा बना रहे और आगे भी अच्छा कार्य करे स्वयं, प्रदेश व देश के विकास में भागीदार बनें। उन्होने कहा कि स्वयं सहायता समूहों स्वरोजगार का अच्छा व सशक्त माध्यम है। समूह अपने उत्पादों की गुणवत्ता, ब्राडिंग व मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दें ताकि उन्हे उनके उत्पादो का उचित मूल्य मिल सके। मुख्यमंत्री श्री धामी ने महिला स्वयं सहायता समूहों और राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं से जुडे लाभार्थियों को कोरोना काल मे प्रभावित होने के कारण 118 करोड 35 लाख रूपये की धनराशि के राहत पैकेज की घोषणा की। जिससे 7,54,984 लाभार्थियो को लाभ मिलेगा।
वर्चुअल वार्ता मे मुख्यमंत्री को आदर्श महिला कलस्टर लेबल फैडरेशन अध्यक्षा मुमताज ने बताया कि ग्राम पंचायत गिन्तीगांव मे एनआरएलएम की शुरूआत वर्ष 2014 मे हुई और हमारे समूह मां संशा देवी स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया। जिसमें 14 महिलायें शामिल हैं, समूह ने एनआरएलएम के सहयोग से आर्थिक गतिविधियां करनी शुरू की, बैक से समूह की लिमिट बनाई गयी जिसमें अपने छोटे-छोटे रोजगार को बढाने का मौका मिला। वर्ष 2019 मे हमारा कलस्टर लेबल फैडरेशन बनाया गया। कलस्टर में 12 ग्राम संगठनों से 172 समूह एवं लगभग 1550 महिलायें जुडी हुई है। हमारे यहां जैविक खेती के साथ-साथ जैविक ग्रोथ सेन्टर बनाया गया। इसमें हमारे समूह की महिलायें अलग-अलग स्तरों पर सामग्री एकत्र करना, ग्रेडिंग एव ंपैकिंग करना एवं उसे हिलांस ब्राण्ड के ना से बाजार तक पहुचाने का कार्य करती है। हम अपना सामान आउटलैट,होटल, स्थानीय बाजार एवं मेलो मेे विक्रय हेतु भेजते है। कलस्टर के माध्यम से हमने आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत वाहन खरीदा जिससे समूह से सामान एकत्र करने व बाजार तक पहुचाने का कार्य किया जाता है। समूह की महिलाये आसानी से अलग-अलग रोजगार से 8 से 12 हजार रूपये प्रतिमाह आय प्राप्त कर रही है। उन्होने कलस्टर सदस्यों की ओर से केन्द्र व राज्य सरकार को धन्यवाद दिया।
जिलाधिकारी श्री धीराज सिह गर्ब्याल ने कहा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका के तहत जनपद नैनीताल मे 3344 महिलाये स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है। जिनमें 25262 महिलायें सम्मलित हैं। समूहो के द्वारा कई प्रकार के क्रियाकलाप किये जाते है। वर्तमान मे स्वयं सहायता समूह को बैकों के माध्यम से 2013 से आतिथि तक 2172 करोड का ऋण प्रदान किया गया। हिलांस किचन तहसील हल्द्वानी, विकास खण्ड भीमताल, बीडी पाण्डे हास्पिटल नैनीताल एवं कलेक्टेट मे शु़द्व पहाडी व्यंजन बनाये जाते है। उन्होेने बताया जनपदों मे स्वयं सहायता समूहों द्वारा हिलांस आउटलेट संचालित किये जा रहे है, जो जनपद के विभिन्न पर्यटक स्थलों मे स्थापित है एवं प्रतिदिन 500 से 1000 की आय अर्जित कर रहे है। जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान मे तहसील रामनगर, कालाढूगी, फ्लैटस नैनीताल, एवं महिला चिकित्सालय हल्द्वानी में हिलांस किचन निर्माणाधीन है जिसमे जिला योजना से धनराशि आंवटित की गई है। श्री गर्ब्याल ने कहा कि जनपद मे एलईडी ग्रोथ सेन्टर के अलावा आर्गेनिक ग्रोथ सेन्टर कोटाबाग, मसाला ग्रोथ सेन्टर बेतालघाट एवं फ्रूट प्रोसेसिंग ग्रोथ सेन्टर रामगढ संचालित हैं। उन्होने बताया खनन न्यास निधि से लगभग 160 समूहों की महिलाओं को पॉलीहाउस प्रदान किये जा रहे है साथ ही जिला योजना से पशुपालन विभाग द्वारा महिला समूहों की 1000 महिलाओं को मुर्गी पालन हेतु चूजे दिये जायेंगे।
संवाद कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी डा0 संदीप तिवारी, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, उपजिलाधिकारी मनीष कुमार, गौरव चटवाल,अनुराग आर्य, एपीडी संगीता आर्या, बीडीओ डा0 निर्मला जोशी के अलावा स्वयं सहायता समूहों की महिलायें उपस्थित थी।


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