यहाँ इस इमाम द्वारा 23 हिंदू युवाओं का सामूहिक निकाह करने के ऐलान से मचा हड़कंप, हिंदू संतों ने कहीं यह बात

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बरेली। जिस तरह पाकिस्तान में लगातार हिंदुओं का धर्मांतरण कर उन्हें मुस्लिम बनाया जा रहा है उसी कड़ी में बरेली निवासी अपनी सियासी पार्टी मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के बैनर तले मौलाना तौकीर रजा खां ने 23 हिंदू युवाओं का निकाह कराने का एलान किया है। उन्होंने आईएमसी की ओर से प्रशासन से इसके लिए बाकायदा अनुमति भी मांगी है। तौकीर रजा का कहना है कि इन हिंदू युवाओं की इस्लाम में आस्था है। उन्होंने धर्म परिवर्तन करने और उन मुस्लिम युवक-युवतियों से निकाह कराने के लिए आईएमसी को आवेदन भेजा है, जिनके साथ वे पहलें से रह रहे हैं।
आईएमसी प्रमुख ने सोमवार को अपने आवास पर बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दो साल पहले दरगाह आला हजरत पर यह पाबंदी लगाई गई थी
इत्तेहादे प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि 11 जुलाई को आईएमसी के संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने सिटी मजिस्ट्रेट के समक्ष आवेदन कर पहले चरण में 21 जुलाई को पांच हिंदू युवाओं का सामूहिक निकाह कराने की अनुमति मांगी है। सिटी मजिस्ट्रेट को दिए पत्र में बताया गया है कि इन हिंदू युवक- युवतियों की इस्लाम में आस्था है और वे धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम लड़के और लड़कियों से शादी करना चाहते हैं। उन्हें किसी तरह का प्रलोभन नहीं दिया गया है, न कोई दबाव डाला गया है। वे शपथ पत्र देने को तैयार हैं। मौलाना ने कहा प्रशासन से अभी कोई जवाब नहीं मिला है लेकिन उम्मीद है कि अनुमति मिल जाएगी क्योंकि वह कोई गैर कानूनी काम नहीं कर रहे हैं। कि जो युवा किसी लालच में या इश्क के कारण इस्लाम कबूल करना चाहते हैं, उन्हें मुसलमान नहीं बनाया जाएगा, मगर पिछले कुछ दिनों से दबाव बहुत बढ़ गया है। उनके पास कई ऐसे हिंदू युवा आए हैं, जिनके दफ्तरों में साथ काम करने या दूसरे कारणों से संबंध हो गए हैं। इनमें से ज्यादातर धर्म परिवर्तन कर चुके हैं युवा लिव इन रिलेशनशिप में हैं। मौलाना तौकीर ने कहा कि कोई मजहब लिव इन को अनुमति नहीं
देता। उन्होंने बताया कि आईएमसी के पास इस वक्त आठ लड़के और 15 लड़कियों समेत 23 ऐसे हिंदू युवाओं के आवेदन हैं जो इस्लाम कबूल कर निकाह करना चाहते हैं। जिसमे एक मामला मध्य प्रदेश का है, बाकी
बरेली और आसपास के जिलों के हैं। पहले चरण में पांच जोड़ों का सामूहिक निकाह खलील हायर सेकेंड्री स्कूल में 21 जुलाई को कराया जाएगा।
मौलाना ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से अभी वह इन युवाओं का ब्योरा जारी नहीं कर रहे हैं। ऐसे युवक-युवती जो लिव इन में रहकर हराम काम कर रहे हैं, वह उन्हें इससे बचाना चाहते हैं। मौलाना ने कहा कि आज तक न जाने मुस्लिम लड़कियों ने धर्म परिवर्तन कर उन्होंने कितनी लिया। कोई विरोध नहीं किया। उम्मीद है कि उनके इस कार्यक्रम का भी कोई विरोध नहीं होगा। यह कोई गैर कानूनी काम भी नहीं है। संविधान इसकी इजाजत देता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. नफीस खान, मुनीर इदरीसी, नदीम कुरैशी, मौलाना एहसानुल हक चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।

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इधर श्री शिरडी साईं सर्व देव मंदिर के महंत पंडित सुशील पाठक ने मौलाना तौकीर रजा के इस एलान का विरोध प्रकट किया है ।उन्होंने कहा कि सावन के पवित्र माह में मौलाना तौकीर रजा का इस तरह का ऐलान कहीं ना कहीं बरेली की शांति को भंग करने की एक साजिश है।
उन्होंने कहा कि मौलाना तौकीर राजा हमेशा अशांति फैलाने वाले बयानों को जारी करते हैं उन्होंने कहा कि मौलाना तौकीर रजा ने जो धर्म परिवर्तन का ऐलान किया है ।
उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए साथ ही जिला प्रशासन से पंडित सुशील पाठक ने अपील की है कि वह मौलाना तौकीर राजा के खिलाफ 23 युवक युवतियों के धर्म परिवर्तन करवाने के मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ।
और उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि मौलाना तौकीर रजा को इस आयोजन की परमिशन नहीं देनी चाहिए साथ ही योगी सरकार से मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ कार्रवाई की भी पंडित सुशील पाठक ने मांग की है।

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आईएमसी के संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने 21 जुलाई को सामूहिक निकाह के लिए अनुमति के लिए आवेदन किया। मेरे स्तर से यह आवेदन जांच के लिए पुलिस को भेज दिया गया है। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर आगे फैसला लिया जाएगा।

राजीव शुक्ला, नगर मजिस्ट्रेट

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