जिलाधिकारी धीराज ने संभाला कार्यभार, क्या रहेंगी प्राथमिकताएं “पड़ें”

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जिलाधिकारी धीराज ने कार्यभार संभाला, हल्द्वानी में फ्लाई ओवर निर्माण प्राथमिकता नैनीताल में दबाव कम करने को पर्यटन के नए क्षेत्र विकसित होंगे

नैनीताल। जिले के नव नियुक्त जिलाधिकारी धीराज गर्बियाल ने पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि पर्यटन व रोजगार के लिये बनाया गया पौड़ी मॉडल नैनीताल में भी लागू होगा। उद्यान क्षेत्र को मुख्य फोकस में रखा जाएगा और भीमताल में इसी माह उद्यान नर्सरी विकसित की जाएगी।जिलाधिकारी ने कहा कि कम्युनिटी टूरिज्म को विकसित कर होम स्टे पर आधारित पर्यटन को आगे बढ़ाया जाएगा। पर्यटन के नए क्षेत्र तैयार किये जायेंगे ताकि नैनीताल में दबाव कम हो। उन्होंने कहा कि नैनीताल जिले में एस्ट्रो टूरिज्म की काफी संभावना है। इस दिशा में भी कम होगा।तल्लीताल में कुमाऊंनी क्राफ्ट पर तैयार सेल्फी प्वाइंट बनाया जाएगा। तल्लीताल व मल्लीताल रिक्शा स्टैंड को भी पहाड़ी लुक दिया जाएगा। साथ ही शहर व आसपास जो भी व्यू प्वाइंट, सेल्फी प्वाइंट हैं वहां पर पहाड़ी शैली अवश्य दिखेगी। नैनीताल के व्यापार मंडल का सहयोग मिला तो नैनीताल की बाजार को हैरिटेज स्ट्रीट का रूप दिया जाएगा और थीम पार्क बनाया जाएगा। यह प्रयोग पौड़ी ने काफी सफल हुआ है। डीएम धीराज गब्र्याल ने कहा कि नैनीताल में वाहनों से लगने वाले जाम का कारण तल्लीताल स्थित लेक ब्रिज चुंगी भी है। इसलिये चुंगी के ठेकेदार को शहर से बाहर भी एक बूथ बनाना होगा ताकि कुछ वाहनों से वहीं लेक ब्रिज चुंगी ले ली जाए और वह पर्ची नैनीताल में मान्य हो। इसके अलावा ऑनलाइन बुकिंग करने वाले होटल भी चुंगी व पार्किंग शुल्क बुंकिंग के समय ही लेने की व्यवस्था कर सकते हैं।हल्द्वानी में लगने वाले जाम से निजात के लिये उन्होंने वहां फ्लाई ओवर निर्माण को अपनी प्राथमिकता में रखा है। ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने के लिये उन्होंने औद्यानिकी को अपनी प्राथमिकता में रखा है। उन्होंने कहा कि भीमताल में इसी माह नर्सरी तैयार की जाएगी साथ ही हिमांचल प्रदेश से उद्यान विशेषज्ञ बुलाये जाएंगे। अच्छी किस्म के फलों की पौंध हॉलैंड से मंगाई जाएगी और बंजर पड़े उद्यानों को नए सिरे से पुनर्जीवित किया जाएगा। उन्होंने क्लस्टर फार्मिंग को बढ़ावा देकर मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, पॉलीहाउस, कीवी फार्मिंग की कल्पना को साकार करने का वायदा किया।प्रधानमंत्री के बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान को सफल बनाने के लिये उन्होंने प्रत्येक ब्लॉक के एक गांव को मॉडल गांव बनाने को प्राथमिकता बताते हुए कहा कि उस गांव का नाम भी बेटी के नाम पर होगा और हर घर का नाम उस घर की बेटी के नाम पर होगा। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिये स्कूलों में मनरेगा के जरिये न्यूट्री गॉर्डन बनाये जाएंगे। ताकि बच्चों को पौष्टिक आहार वाले पेड़ पौधों की जानकारी रहे।

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