पहाड़ों पर स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर होने के दावे तो किए जाते रहे हैं। लेकिन अक्सर पहाड़ों से सामने आने वाली कुछ तस्वीरें इन दावों की पोल खोल के रख देते हैं। ये तस्वीरें जमीनी हकीकत बयां कर देती हैं। ऐसी ही एक तस्वीर पौड़ी गढ़वाल से सामने आई है। जहां एक युवक की समय पर उपचार न मिल पाने के कारण मौत हो गई।
पौड़ी गढ़वाल के नैनीडांडा प्रखंड के अंतर्गत ग्राम देवलधर में एक युवक की स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मौत हो गई। बता दें कि तीन दिन पहले देवलधर (नैनीडांडा) निवासी अमित सिंह (24) पुत्र गिरधर सिंह का अचानक से स्वास्थ्य बिगड़ गया। युवक को आनन-फानन में ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्र धुमाकोट ले गए। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए युवक को नैनीडांडा रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां से भी युवक को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
हायर सेंटर ले जाते हुए तोड़ा दम
नैनीडांडा से युवक को रामनगर के लिए रेफर किया गया। यहां डॉक्टरों ने पैरालिसिस अटैक बता कर युवक को हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया। लेकिन रेफर का ये सिलसिला हल्द्वानी में भी नहीं रूका और डॉक्टरों ने युवक को यहां से भी दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। युवक को दिल्ली ले जाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
युवक की मौत के बाद से परिजनों में आक्रोश
बता दें कि युवक पूजा में शामिल होने 21 मई को गांव आया था। 22 मई को अचानक उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया और 23 को उसकी मौत हो गई। गांव में पूजा के लिए जो खुशी का माहौल था वो मातम में बदल गया। 36 घंटे तक तड़पने के बाद अमित की हुई मौत से परिजनों के साथ ही पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है। परिजनों का कहना है कि अगर समय पर अमित को इलाज मिल जाता तो आज उसकी जान बच जाती।