उत्तराखंड ( देहरादून)– बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग के रेंतोली में हुई वाहन दुर्घटना के मामले में सीएम धामी के निर्देश पर परिवहन विभाग ने कड़े एक्शन लेते हुए तपोवन चेकपोस्ट में वाहन की चेकिंग नहीं करने पर प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए चार परिवहन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें चेकपोस्ट प्रभारी यशवीर सिंह बिष्ट, कनिष्ठ सहायक विवेक उनियाल, परिवहन उप निरीक्षक मेहताब अली और परिवहन आरक्षी अमर सैनी शामिल हैं। यहां तैनात दो परिवहन कर्मचारियों को उनके मूल विभाग वापस भेजा गया है।
आपकों बता दे कि, रुद्रप्रयाग के रैंतोली गांव के निकट 15 जून को एक टैंपो ट्रेवलर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 15 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और 11 व्यक्ति घायल हुए थे। रुद्रप्रयाग के समीप रैंतोली में 15 जून को हुए टेंपो ट्रैवलर हादसे में चेकिंग में लापरवाही पर परिवहन मुख्यालय ने तपोवन चेकपोस्ट प्रभारी समेत चार परिवहन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। दो परिवहन कर अधिकारियों को आरोपपत्र दिए गए हैं। दो पीआरडी जवानों को उनके विभाग लौटा दिया गया है। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजा गया है। हादसे में 15 लोगों की जान चली गई थी। मुख्यमंत्री ने लापरवाह अफसरों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। हादसे की जांच आरटीओ पौड़ी ने करके दो दिन पहले रिपोर्ट परिवहन मुख्यालय को भेजी थी। एसडीएम ने भी मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की थी।
सीएम धामी के निर्देश के तहत संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने तपोवन स्थित चेकपोस्ट पर तैनात प्रधान सहायक चेकपोस्ट प्रभारी यशवीर सिंह बिष्ट, कार्यालय सहायक विवेक उनियाल, परिवहन उप निरीक्षक मेहताब अली और परिवहन आरक्षी अमर सैनी को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया है। जबकि दो पीआरडी जवानों को उनके मूल विभाग लौटा दिया है।उन्होंने रास्ते में तैनात परिवहन विभाग के सचल दलों को भी चेकिंग में लापरवाह मानते हुए सचल दल प्रभारी परिवहन कर अधिकारी वरुणा सैनी व जगदीश चंद्र को आरोप पत्र जारी कर दिया है। वहीं पुलिसकर्मियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए डीजीपी को पत्र भेज दिया है