जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में उत्तराखंड का लाल शहीद हो गया है. जानकारी के मुताबिक आर्मी के ऑपरेशन के दौरान आर्मी के 48 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए हैं. सेना के मुताबिक इलाके में ऑपरेशन अभी भी जारी है. सीएम धामी ने जवान के बलिदान पर दुख जताया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जम्मू कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले उत्तराखण्ड के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह के बलिदान पर दुख जताया है. सीएम धामी ने लिखा जवान का ये बलिदान सदैव युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा. उन्होंने ईश्वर से पुण्यात्मा को चरणों में स्थान देने और परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है.
डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैन्य भूमि उत्तराखण्ड के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह जी को कोटिशः नमन।
माँ भारती की सेवा में आपका ये बलिदान सदैव युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा… pic.twitter.com/ENoLkAOPxW
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 14, 2024
मुठभेड़ में एक आतंकी घायल
बता दें कि डोडा में एक छोटे से एनकाउंटर के बाद छिपे हुए आतंकवादियों को पकड़ने के लिए आज इलाके की घेराबंदी की गई और तलाशी अभियान शुरु किया गया है। माना जा रहा है कि शिवगढ़- अस्सार पट्टी में कहीं छिपे हुए हैं। बुधवार को सुरक्षा बलों और अज्ञात आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में कम से कम एक आतंकावादी घायल हो गया।
क्षेत्र में शोक की लहर
मुठभेड़ में उत्तराखंड के कैप्टन दीपक सिंह शहीद हुए हैं. कैप्टन दीपक सिंह मूल रुप से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के रहने वाले हैं.उनका परिवार वर्तमान में देहरादून रेसकोर्स में रहता है. 25 वर्षीय दीपक सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके निवास स्थान देहरादून में रेसकोर्स लाया जाएगा. कैप्टन दीपक 13 जून 2020 को सेना में कमीशन हुए थे. शहीद दीपक काउंटर इंसर्जेंसी 48 राष्ट्रीय राइफल्स में सिग्रनल अधिकारी के पद पर तैनात थे. पूरे क्षेत्र में उनके शहीद होने की लहर है.