केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। उन्होंने अपनी दावेदारी का प्रस्ताव प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की अनुपस्थिति में उनके निर्देश पर वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी और प्रदेश अध्यक्ष के सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह को सौंपा है।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने केदारनाथ उपचुनाव के लिए दावेदारी पेश की है। इस अवसर पर शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी उन पर विश्वास व्यक्त करती है तो वो पार्टी को केदारनाथ विधानसभा में निश्चित तौर पर जीत दिलाने का काम करेंगे। क्योंकि लंबे समय से सामाजिक और राजनीतिक तौर पर केदारनाथ विधानसभा में उनकी सक्रियता है।
7 सालों में बीजेपी ने की केदारनाथ विधानसभा की उपेक्षा
शीशपाल बिष्ट ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरीके से पिछले 7 सालों में केदारनाथ विधानसभा की उपेक्षा की है उसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा। आज मुख्यमंत्री भले ही उपचुनाव को देखकर वहां ताबड़तोड़ घोषणाएं कर रहे हो लेकिन सरकार को पिछले 7 सालों से केदारनाथ में इन घोषणाओं की याद क्यों नहीं आई।
पहले इतने मंत्रियों ने वहां का दौरा क्यों नहीं किया। जब केदारनाथ की जनता आपदा से त्रस्त थी तो तब भी किसी मंत्री और भाजपा के किसी बड़े नेता ने लोगों की सुध नहीं ली। जब वहां स्थानीय लोगों का व्यापार चौपट हो रहा था जब हक हकूकधारी अपने हक की लड़ाई लड़ रहे थे, तब भाजपा क्यों सोई हुई थी। ये जनता भाजपा नेताओं से पूछ रही है मगर भाजपा के पास जनता के सवालों के कोई जवाब नहीं है।
जनता भाजपा के बहकावे में नहीं आने वाली
शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि केदारनाथ की पढ़ी-लिखी जनता भाजपा के बहकावे में नहीं आने वाली है। वहां की जनता भाजपा के चुनावी लॉलीपॉप और छटपटाहट भली-भांति समझती है। केदारनाथ धाम में 280 किलो सोना पीतल में कैसे बदला उसका जवाब आज तक किसी को नहीं मिला। केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ क्यों हुआ और अभी केदारनाथ धाम से दिल्ली ले जाई गई शिला वापस क्यों नहीं आई ? कई ज्वलंत सवाल है जिनके जवाब भाजपा को देने पड़ेंगे।
कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर लड़ेगी केदारनाथ उपचुनाव
प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव को कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर लड़ेगी। बद्रीनाथ व मंगलौर विधानसभा उप चुनाव का इतिहास केदारनाथ में दोहराया जाएगा। भाजपा चाहे जितने ही प्रयास कर ले जीतने ही प्रलोभन जनता को दे दे लेकिन भाजपा केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव भारी मतों से हारेगी। ये वहां की जनता ने तय कर लिया है।